नई दिल्ली. राजस्थान में तेल पर सियासी खेल लगातार जारी है. पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार की ओर से घटाने के बाद से राजस्थान भाजपा प्रदेश की गहलोत सरकार पर हमलावर बनी हुई है. भाजपा नेता लगातार पेट्रोल -डीजल पर वैट घटाने की मांग कर रहे हैं. इस संबंध में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सीएम अशोक गहलोत को वैट घटाने के लिए निर्देशित करने की मांग भी कर डाली है. पूनिया के पत्र के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार करते हुए भाजपा पर हमला बोला है.
दिल्ली दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के 25 सांसदों को इसके लिए पीएम को पत्र लिखना चाहिए. इस पत्र के जरिए मोदी सरकार से पेट्रोल-डीजल पर और दाम घटाने, महंगे होते सरिया, सीमेंट, खाद्य तेलों की कीमतों में राहत दिलाने की मांग करनी चाहिए. साथ ही तेल कंपनियों को पाबंद भी करना चाहिए कि वे बार-बार तेल के दाम ना बढ़ाएं.
डोटासरा ने कहा कि राज्य में जो योजनाएं हैं उनमें 50-50 का अनुपात है केंद्र और राज्य का. इसे राज्य की भोगोलिक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए 90-10 करना चाहिए. 90 फीसदी राशि केंद्र और 10 फीसदी राशि राज्य से लिया जाए. डोटासरा ने तंज कसते हुए यह भी कहा कि उन्हें पीएम मोदी, शाह और नड्डा को पत्र लिखकर यह भी बताना चाहिए कि हम उपचुनाव में जमानत जब्त कराकर तीसरे और चौथे नंबर पर आए हैं.
सीएम गहलोत ने पीएम को लिखा था पत्र
आपको बता दें कि तेल पर केंद्रीय स्तर से एक्साइज ड्यूटी घटाने के बाद भाजपा नेता लगातार सीएम अशोक गहलोत से तेल वैट घटाने की मांग कर रहे हैं. वैट घटाने को लेकर लगातर सियासत जारी है. पेट्रोल-डीजल में और राहत देने की मांग करते हुए एक तरफ जहां सीएम अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा. वहीं उसके बाद सतीश पूनिया ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर वैट घटाने के लिए सीएम गहलोत को निर्देशित करने की मांग कर डाली.