जयपुर. राजस्थान में तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव के बीच भाजपा और कांग्रेस अंतर्विरोध की समस्या से जूझ रही है. सहाड़ा विधानसभा सीट पर भाजपा की खिलाफत कर पर्चा भरने वाले लादूलाल पितलिया का मामला जहां भाजपा के गले की फांस बना हुआ है तो वहीं कांग्रेस के विधायक भरत सिंह की मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी का मामला भी कांग्रेस के हलक में अटका हुआ है. ये दोनों ही मामले राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को पितलिया मामले को लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला. लेकिन जैसे ही उनसे भरत सिंह के मामले को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली.
इससे बड़ा निंदनीय बयान नहीं हो सकता है
दरअसल, सोमवार को शिक्षा संकुल में हुई प्रेस वार्ता में डोटासरा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा अब धीरे-धीरे देश के सामने आ रहा है. अगर यह ऑडियो सही है तो जिस भाषा का प्रयोग किया गया है इससे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बयान हो नहीं सकता है. इससे ज्यादा गिरावट राजनीति में ना कभी आई और ना कभी आने की गुंजाइश है.
डोटासरा ने कहा कि बार-बार कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी जो कह रहे हैं, यह बात सच साबित हो रही है. आगे आने वाले समय में पीएम नरेंद्र मोदी के रहते चुनाव होंगे कि नहीं, इस पर भी प्रश्नवाचक चिह्न लगा हुआ है. आज जिस भाषा का उपयोग कर बाप, भाई और बेटे से कॉलर पकड़कर, पत्नी से अनशन करवाकर और आत्महत्या की धमकी दिलवाकर आप नॉमिनेशन वापस करवा रहे हो. यह भी कहा जा रहा है कि अमित शाह की नजर है और रगड़कर रख देंगे.
यह नैतिकता की हदें पार करने वाला काम है
डोटासरा ने कहा कि वह समझते हैं कि यह नैतिकता की हदें पार करने वाला काम है और इनको कोई लाभ नहीं मिलने वाला है. रविवार को लोगों ने पितलिया के सामर्थन में बैठक कर कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है और वे इस अन्याय का बदला लेने की बात कर रहे हैं. यह समझा जा सकता है कि उनकी क्या हालत है. एक तरफ चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र कर रहे हैं और दूसरी तरफ कोई चुनाव लड़ना चाहता है तो उसके संवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है.
भरत सिंह से जुड़े सवाल पर झाड़ा पल्ला
हालांकि, कांग्रेस विधायक भरत सिंह की ओर से मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर मंत्री पर गंभीर आरोप लगाने के मामले से जुड़े सवाल पर उन्होंने पल्ला झाड़ लिया और कहा कि उन्हें ऐसी कोई चिट्ठी नहीं मिली है.