जयपुर. राजस्थान में 12 जिलों में 50 निकायों पर चुनाव होने हैं, जिसके लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. लेकिन राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग-कुम्हेर विधानसभा में 65 वार्डों के उम्मीदवार सत्ताधारी दल कांग्रेस का नहीं उतारना इन दिनों चर्चाओं में है.
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने इसे कांग्रेस की स्ट्रेटेजी बताया है, तो वहीं अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मामले से यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया है कि पर्यवेक्षकों ने इस बात की शिकायत उनको नहीं दी है. इसका मतलब साफ है कि यह निर्णय पर्यवेक्षकों के संज्ञान में रखते हुए स्थानीय नेताओं ने लिया है.
अब तक नहीं आई कोई शिकायत...
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस का पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाता है तो उसे सभी अधिकार दिए जाते हैं, ताकि वह स्थानीय नेताओं से चर्चा कर निर्णय ले सके. भरतपुर के डीग कुम्हेर को लेकर पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट जब आएगी तो पूरी बात साफ करेंगे. उन्होंने कहा कि अब तक पर्यवेक्षकों की किसी तरह की कोई शिकायत नहीं आई है.
गोविंद सिंह डोटासरा के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि आज की तारीख में जो भी निर्णय लिया गया है वह पर्यवेक्षकों के संज्ञान में लाकर ही पार्टी के नेताओं ने लिया है. वहां की लोकल स्थितियों को देखकर ही निर्णय लिया गया होगा.
13 दिसंबर के बाद लिया जाएगा अंतिम निर्णय...
राजस्थान कांग्रेस के संगठन के गठन को लेकर डोटासरा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण इसमें विलंब हुआ है. अब 13 दिसंबर के बाद वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि दिसंबर महीने के अंत तक संगठन की नियुक्तियां करने का कांग्रेस पार्टी का प्रयास रहेगा.