जयपुर. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने एनएचएआई को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 की अवाप्त भूमि पर अवैध अतिक्रमण और अवरोध तुरंत हटाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सर्विस लेन और 6 लेन के बीच बने नाले की सफाई करवाने और 6 लेन के अधिकृत कट से ही वाहनों के सर्विस लाइन में प्रवेश की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर जिले से गुजरने वाले एनएचएआई राजमार्गों की रफनेस इंडेक्स रिपोर्ट भी तलब की है.
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने निर्देश दिए हैं कि एनएच से लगती हुई संपरिवर्तित भूमियों पर नियम विरुद्ध अवैध निर्माणों को संबंधित राजस्व अधिकारी चिन्हित कर हटाया जाना सुनिश्चित करेंगे. जिससे संपरिवर्तित नियमों की पालना करवाई जा सके. इसकी वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को भी नियंत्रित किया जा सके. यादव ने बताया कि एनएच संख्या 8 पर विभिन्न जगहों पर सड़क खराब होने, जगह-जगह सर्विस लाइन टूटी होने और एनएचएआई की भूमि पर अतिक्रमण निर्माण से आई आए दिन दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और पुलिस अधिकारियों से फीडबैक के अनुसार एनएचएआई की इन अव्यवस्थाओं के कारण एनएच 8 और सर्विस लेन को अलग करने वाला नाला भी जगह-जगह अवरुद्ध हो रहा है. इससे सर्विस लाइन से बिना रोक-टोक एनएच पर वाहनों का आवागमन बना रहने से दुर्घटनाएं होती है.
अवैध पार्किंग दुर्घटनाओं का बड़ा कारण, अधिकारी हल सोचे-
जिला कलेक्टर यादव ने बताया कि 6 लेन पर अवैध रूप से खड़े किए जाने वाले वाहनों से भी लगातार दुर्घटनाएं होती रहती है और रास्ता बाधित होता है. यहां तक कि शाहपुरा, पावटा, कोटपूतली में कुछ दूरी पर दोनों ओर 6 लेन में से एक एक लेन तो खड़े वाहनों द्वारा ही बाधित कर दी जाती है. इससे बार-बार जाम लगा रहता है. उन्होंने संबंधित विभाग अधिकारी, एनएचएआई, पुलिस, राजस्व अधिकारियों को इस समस्या से जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए.
टोल व्यवस्थाएं ठीक करने के दिए निर्देश
जिला कलेक्टर यादव ने एनएचएआई को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि मनोहरपुर और दौलतपुरा टोल की व्यवस्थाएं भी निरीक्षण में संतोषजनक नहीं पाई गई. इन टोल बूथों पर बार-बार 10 से 12 मिनट का जाम लगना आम बात है. जिससे वाहन चालकों द्वारा झगड़े की नौबत भी आ जाती है. समय पर कानून व्यवस्था भंग होने का भय बना रहता है. जिला सड़कों के मोड़ पर भी ना तो सही संकेतक लगे हुए हैं और न ही प्रमुख बिंदु पर कोई कार्मिक ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण के लिए उपलब्ध रहता है.
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यादव ने जयपुर जिले में स्थित टोल प्लाजा पर इमरजेंसी निकास की समुचित व्यवस्था कराने, कार्यरत कार्मिकों को वर्दी अनिवार्य करने और अनुशासन में रहकर नम्रता से बातचीत करने के निर्देश दिए. साथ ही ज्यादा वाहनों की स्थिति पर चल मशीन से शुल्क लेकर निकासी जल्द करवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.