जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके चलते संक्रमित मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. जयपुर का कोविड डेडिकेटेड अस्पताल आरयूएचएस मरीजों से भर चुका है. आरयूएचएस मरीजों से भरने के बाद जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है और प्राइवेट अस्पतालों को कोविड डेडिकेटेड सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है.
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने कहा कि आरयूएचएस के अलावा हमारे पास प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी हैं, जहां मरीजों को भेजने की अपील करेंगे. नेहरा ने कहा कि आरयूएचएस पूरा नहीं भरा है उसमें भी 300 से 400 बेड खाली पड़े हैं. इसके अलावा जयपुरिया अस्पताल में भी अभी करीब 120 मरीज आए हैं और वहां क्षमता 500 बेड की है. इसके अलावा ईएसआई हॉस्पिटल में भी 125 बेड है.
उन्होंने कहा कि अभी सरकारी कोविड डेडिकेटेड सेंटरों में बेड खाली है और यदि इसके बावजूद भी जरूरत पड़ी तो प्राइवेट अस्पतालों को कोविड डेडिकेटेड सेंटर बनाया जाएगा. जन अनुशासन पखवाड़े में कोविड-19 की पालना नहीं करने के सवाल पर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने कहा कि अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद हैं. आवश्यक सेवाओं के दफ्तर खुले हुए हैं जहां कर्मचारी आ जा रहे हैं. इसके अलावा किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं है.
रेमडेसिवर इंजेक्शन को लेकर कलेक्टर अंतर सिंह मेहरा ने कहा कि आरएमएसएल सरकारी संस्थानों के लिए यह इंजेक्शन खरीद रहा है. जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल अपने मेडिकल स्टॉकिस्ट से इंजेक्शन ले रहे हैं. उन्होंने कालाबाजारी की बात से इनकार किया. जिला कलेक्टर अंतर सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर में तापमान जांच नहीं होने के सवाल पर कहा कि यहां सभी कर्मचारी मास्क पहनकर आ रहे हैं उन्हें यहीं से मास्क भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. कोविड-19 गाइड लाइन का पूरा पालन जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में किया जा रहा है.