जयपुर. राज्य में कांग्रेस की सरकार आने के साथ ही कछुए की चाल से चल रहे मेट्रो के काम को गति मिली है. हालांकि अभी भी मेट्रो के फेज 1 के बी पार्ट यानी भूमिगत मेट्रो के लिए शहरवासियों को अक्टूबर तक का इंतजार करना होगा. लेकिन खास बात यह है कि बीजेपी सरकार में ठंडे बस्ते में पड़े मेट्रो के दूसरे फेज को लेकर फिर चर्चाएं शुरू हो गई है.
राजधानी में मेट्रो के दूसरे फेज में सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक 23 किलोमीटर की दूरी पर बनने वाले रूट की लागत 10 हजार करोड़ रुपए आंकी गई थी. इस रूट पर करीब 20 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित है. 8 साल पहले बनी डीपीआर में सीतापुरा, प्रताप नगर, हल्दीघाटी गेट, सांगानेर, एयरपोर्ट, दुर्गापुरा, महावीर नगर, गोपालपुरा मोड़, देव नगर, गांधी नगर, एसएमएस स्टेडियम, नारायण सिंह सर्किल, एसएमएस अस्पताल, अजमेरी गेट, सिंधी कैंप बस स्टैंड, कलेक्ट्रेट सर्किल, गवर्नमेंट हॉस्टल, पानी पेच और अंबाबाड़ी मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित थे.
अब प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस सरकार आने के बाद फेज टू के एक-दो नहीं बल्कि 4 रूट प्लान पर चर्चा की गई है. इनमें सीतापुरा से एयरपोर्ट होते हुए टोंक रोड, सीतापुरा से मानसरोवर, सीतापुरा से दुर्गापुरा फिर B2 बायपास होते हुए मानसरोवर और टोंक रोड से अजमेरी गेट होते हुए छोटी चौपड़ के ऑप्शन पर चर्चा की गई. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने इस संबंध में सीएम से भी वार्ता करने की बात कही है. ऐसे में संभावना है कि इसी महीने में मेट्रो फेज 2 का अलाइनमेंट तय कर लिया जाएगा और जिस स्तर पर चर्चाएं शुरू हुई है. उसको देखते हुए लगता है कि फेज 1 के बी पार्ट का काम पूरा होने के साथ ही फेज 2 का काम शुरू कर दिया जाएगा.