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विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने NDA सरकार की उपलब्धियों को गिनाया

संविधान पर चर्चा के लिए बुलाया गया राजस्थान विधानसभा का 2 दिन का विशेष सत्र शुक्रवार को संपन्न हो गया. सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संविधान से जुड़े अलग-अलग पहलुओं पर अपनी बात रखी. साथ ही कटारिया ने अपने संबोधन में केंद्र के एनडीए सरकार के उपलब्धियों की जमकर तारीफ की.

नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया न्यूज, Discussion on constitution day
विधानसभा में संविधान दिवस पर हुई चर्चा
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Published : Nov 29, 2019, 9:03 PM IST

Updated : Nov 29, 2019, 9:10 PM IST

जयपुर. संविधान पर चर्चा के लिए बुलाया गया राजस्थान विधानसभा का 2 दिन का विशेष सत्र शुक्रवार को संपन्न हो गया. सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संविधान से जुड़े अलग-अलग पहलुओं पर अपनी बात रखी. साथ ही कटारिया ने अपने संबोधन में केंद्र के एनडीए सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया.

विधानसभा में संविधान दिवस पर हुई चर्चा

विधानसभा में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन संविधान पर चर्चा की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने की. कटारिया ने कहा कि इस देश की आजादी के लिए सैकड़ों हजारों लोगों ने संघर्ष किया है. उन्होंने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद जैसे नेताओं का नाम लिया. कटारिया ने देश की आजादी के संघर्ष की बात की तो संविधान पर चर्चा के दौरान कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए दिए गए आरक्षण का जिक्र भी किया.

पढ़ें- डेंगू का सबसे बड़ा कारण प्रदेश सरकार द्वारा द्रव्यवती नदी का काम रोका जाना हैः अशोक लाहोटी

कटारिया ने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी को भी आरक्षण मिला और यह संविधान की ताकत के तहत ही संभव हो सका. उन्होंने एनडीए सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आर्थिक पिछड़ों की सुध भी ली और उनके लिए अलग से EWS के तहत आरक्षण के प्रावधान किए. इससे भी संविधान के दायरे में सभी तबकों को मजबूत करने की तरफ कदम बढ़ाए गए.

अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत

साथ ही कटारिया ने देश में अलग-अलग दौर में बनी गठबंधन सरकारों का जिक्र किया तो वोट बैंक के मुद्दे के लिए होने वाली राजनीति का मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर 72 साल से चली आ रही समस्या को दूर किया और इस दौरान कोई विवाद या हिंसा भी नहीं हुआ. उन्होंने अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए इसका स्वागत किया और कहा कि मोदी सरकार की सक्रियता के चलते न्यायपालिका के जरिए इस फैसले का जल्दी समाधान संभव हो सका.

पढ़ें- राजस्थान विधानसभा में संविधान और मूल कर्तव्यों पर चर्चा के दौरान आर्टिकल 370 और 35 A का हुआ जिक्र

हालांकि, गुलाबचंद कटारिया के इस बयान पर सदन में हंगामा भी हुआ. निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के साथ कांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों ने इस बयान पर एतराज जताते हुए कहा कि अयोध्या मामले पर फैसला कोर्ट के कारण संभव हो पाया है. इस फैसले में अगर मोदी सरकार के दखल का जिक्र कटारिया करना चाहते हैं तो वह इससे क्या साबित करना चाहते हैं.

सदन में लगे जय श्रीराम के नारे

वहीं, हंगामे का जवाब देते हुए गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पहले की सरकारें चाहती तो वह भी इस पर समाधान के लिए कोर्ट में मजबूत पैरवी कर सकती थी. उन्होने कहा कि लेकिन वोट बैंक को बनाए रखने के लिए इस मुद्दे को भी जिंदा रखा गया. इस दौरान बीजेपी के विधायकों ने कटारिया का समर्थन करते हुए सदन में जय श्रीराम के नारे भी लगाए.

पढ़ें- सदन में गूंजे 'जय श्रीराम' के नारे, बीजेपी-कांग्रेस ने लगाए एक दूसरे पर संविधान विरोधी होने के आरोप​​​​​​​

साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ भी की तो साथ ही देश में आपातकाल लगाने के लिए तत्कालीन इंदिरा सरकार को कटघरे में भी खड़ा करने की कोशिश की.

जयपुर. संविधान पर चर्चा के लिए बुलाया गया राजस्थान विधानसभा का 2 दिन का विशेष सत्र शुक्रवार को संपन्न हो गया. सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संविधान से जुड़े अलग-अलग पहलुओं पर अपनी बात रखी. साथ ही कटारिया ने अपने संबोधन में केंद्र के एनडीए सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया.

विधानसभा में संविधान दिवस पर हुई चर्चा

विधानसभा में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन संविधान पर चर्चा की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने की. कटारिया ने कहा कि इस देश की आजादी के लिए सैकड़ों हजारों लोगों ने संघर्ष किया है. उन्होंने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद जैसे नेताओं का नाम लिया. कटारिया ने देश की आजादी के संघर्ष की बात की तो संविधान पर चर्चा के दौरान कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए दिए गए आरक्षण का जिक्र भी किया.

पढ़ें- डेंगू का सबसे बड़ा कारण प्रदेश सरकार द्वारा द्रव्यवती नदी का काम रोका जाना हैः अशोक लाहोटी

कटारिया ने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी को भी आरक्षण मिला और यह संविधान की ताकत के तहत ही संभव हो सका. उन्होंने एनडीए सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आर्थिक पिछड़ों की सुध भी ली और उनके लिए अलग से EWS के तहत आरक्षण के प्रावधान किए. इससे भी संविधान के दायरे में सभी तबकों को मजबूत करने की तरफ कदम बढ़ाए गए.

अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत

साथ ही कटारिया ने देश में अलग-अलग दौर में बनी गठबंधन सरकारों का जिक्र किया तो वोट बैंक के मुद्दे के लिए होने वाली राजनीति का मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर 72 साल से चली आ रही समस्या को दूर किया और इस दौरान कोई विवाद या हिंसा भी नहीं हुआ. उन्होंने अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए इसका स्वागत किया और कहा कि मोदी सरकार की सक्रियता के चलते न्यायपालिका के जरिए इस फैसले का जल्दी समाधान संभव हो सका.

पढ़ें- राजस्थान विधानसभा में संविधान और मूल कर्तव्यों पर चर्चा के दौरान आर्टिकल 370 और 35 A का हुआ जिक्र

हालांकि, गुलाबचंद कटारिया के इस बयान पर सदन में हंगामा भी हुआ. निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के साथ कांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों ने इस बयान पर एतराज जताते हुए कहा कि अयोध्या मामले पर फैसला कोर्ट के कारण संभव हो पाया है. इस फैसले में अगर मोदी सरकार के दखल का जिक्र कटारिया करना चाहते हैं तो वह इससे क्या साबित करना चाहते हैं.

सदन में लगे जय श्रीराम के नारे

वहीं, हंगामे का जवाब देते हुए गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पहले की सरकारें चाहती तो वह भी इस पर समाधान के लिए कोर्ट में मजबूत पैरवी कर सकती थी. उन्होने कहा कि लेकिन वोट बैंक को बनाए रखने के लिए इस मुद्दे को भी जिंदा रखा गया. इस दौरान बीजेपी के विधायकों ने कटारिया का समर्थन करते हुए सदन में जय श्रीराम के नारे भी लगाए.

पढ़ें- सदन में गूंजे 'जय श्रीराम' के नारे, बीजेपी-कांग्रेस ने लगाए एक दूसरे पर संविधान विरोधी होने के आरोप​​​​​​​

साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ भी की तो साथ ही देश में आपातकाल लगाने के लिए तत्कालीन इंदिरा सरकार को कटघरे में भी खड़ा करने की कोशिश की.

Intro:जयपुर

नोट:- इस खबर की फीड लाइव यू से भेजी हुई है सीएम लाइव के नाम से

विधानसभा में संविधान दिवस पर हुई चर्चा , सदन के नेता और नेताप्रतिपक्ष में चले सब्द बाण

एंकर:- संविधान पर चर्चा के लिए बुलाया गया राजस्थान विधानसभा का दो दिन का विशेष सत्र शुक्रवार को संपन्न हो गया। सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और सदन के नेता के रूप में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संबोधन हुए। दोनों नेताओं ने संविधान से जुड़े अलग-अलग पहलुओं पर अपनी बात रखी। अपने संबोधन में नेता प्रतिपक्ष ने जहां केंद्र की एनडीए सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया तो वहीं मुख्यमंत्री ने एनडीए सरकार के साथ ही बीजेपी को भी आड़े हाथ लिया।
VO:- विधानसभा में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन संविधान पर चर्चा की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने की। कटारिया ने कहा कि इस देश की आजादी के लिए सैकड़ों हजारों लोगों ने संघर्ष किया। उन्होंने महात्मा गांधी जवाहरलाल नेहरू मौलाना अब्दुल कलाम आजाद जैसे नेताओं का नाम लिया। कटारिया ने देश की आजादी के संघर्ष की बात की, तो संविधान पर चर्चा के दौरान कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए दिए गए आरक्षण का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी को भी आरक्षण मिला और यह संविधान की ताकत के तहत ही संभव हो सका। कटारिया ने एनडीए सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आर्थिक पिछड़ों की सुध भी ली और उनके लिए अलग से ईडब्ल्यूएस के तहत आरक्षण के प्रावधान किए। इससे भी संविधान के दायरे में सभी तबकों को मजबूत करने की तरफ कदम बढ़ाए गए। साथ ही कटारिया ने देश में अलग-अलग दौर में बनी गठबंधन सरकारों का जिक्र किया, तो वोट बैंक के मुद्दे के लिए होने वाली राजनीति का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर 72 साल से चली आ रही समस्या को दूर किया और इस दौरान कोई विवाद या हिंसा भी नहीं हुई। कटारिया ने अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए इसका स्वागत भी किया और कहा कि मोदी सरकार की सक्रियता के चलते न्यायपालिका के जरिए इस फैसले का जल्दी समाधान संभव हो सका।
हालांकि गुलाबचंद कटारिया के इस बयान पर सदन में हंगामा भी हुआ। निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के साथ कांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों ने इस बयान पर एतराज जताते हुए कहा कि अयोध्या मामले पर फैसला कोर्ट के कारण संभव हो पाया है। इस फैसले में अगर मोदी सरकार के दखल का जिक्र कटारिया करना चाहते हैं तो वह इससे क्या साबित करना चाहते हैं , इस हंगामे का जवाब देते हुए गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पहले की सरकारें चाहती तो वह भी इस पर समाधान के लिए कोर्ट में मजबूत पैरवी कर सकती थी , उन्होने कहा कि लेकिन वोट बैंक को बनाये रखने के लिए इस मुद्दे को भी ज़िन्दा रखा गया।
इस दौरान बीजेपी के विधायकों ने कटारिया का समर्थन करते हुए सदन में जय श्रीराम के नारे भी लगाए। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने अपने सम्बोधन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ भी की तो साथ ही देश में आपातकाल लगाने के लिए तत्कालीन इंदिरा सरकार को कटघरे में भी खड़ा करने की कोशिश की।

बाइट - गुलाब चंद कटारिया, नेता प्रतिपक्ष

VO:- नेता प्रतिपक्ष के भाषण के और हंगामे के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बोलना शुरू किया , सीएम गहलोत सबसे पहले तो सदन में सत्ता पक्ष दुवारा किये गए हंगामे पर खेद जताते हुते कहा कि
सदन में नेताप्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने एनडीए की उपलब्धियां बताई जो आपके लिए जरूरी था
इस दौरान हमारे साथियों ने थोडा अति उत्साह में विरोध किया , उसके लिए माफी मांगता हूं , सीएम अशोक गहलोत ने कहा , पंडित नेहरू एक महान हस्ति थे , लेकिन सॉशल मीडिया में क्या क्या लिखा जाता है , ये दुष्प्रचार किसकी तरफ से किया जा रहा है सब जानते है , सीएम अशोक गहलोत ने पाकिस्तान पर किया कटाक्ष , पाकिस्तान है क्या चीज , लेकिन पाकिस्तान का भय दिखाया जाता है , हिंदुस्तान की तुलना पाकिस्तान से नहीं हो सकती , यहां लोकतंत्र हैं वहां सैनिक शासन , सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर किया कटाक्ष करते हुए ये अपने भाषण में कई बार मोदी है तो मुमकिन है कि बात कही, सीएम गहलोत ने कहा देश जानता है पीएम ने कहां कहां गलत बोला , हमारे पीएम अमेरिका में जाकर बोलते हैं , देश का विदेशों में सम्मान बढ रहा है , यह 70 साल की तपस्या है, इसलिए सम्मान हो रहा है , यहां सुई नहीं बनती थी, बिजली नहीं थी , आज सडकें बनी, बिजली पहुंच गई जो देश में विकास हुआ वो मोदी के आने के बाद नहीं हुआ , विकास के लिए लंबा इतिहास रहा. इस दौरान सीएम गहलोत महाराष्ट्र चुनाव मामले पर बोलने से भी नही चुके उन्होंने कहा सुबह 5 बजे राष्ट्रपति शासन हटता है , 8 बजे सीएम फडणवीस शपथ लेते हैं उन्हें बधाईयां मिलना शुरू हो जाती है , यह सब मोदी है तो मुमकिन है , मैं चिंताग्रस्त हो गया हूं कि मोदी है तो मुमकिन है , पता नहीं लोकतंत्र कब तक चलेगा , सीएम अशोक गहलोत ने कहा देश में हिंसा, , मोबलिंचिंग का माहोल चल रहा , यह आज से पहले कभी नहीं था , हमने यहां मॉबलिंचिंग को लेकर कानून बनाया , मैं मदद चाहूंगा आपसे , आप बिल पर राष्ट्रपति से हस्ताक्षर करवाए , वो कानून दिल्ली में साइन के लिए रखा है , सीएम अशोक गहलोत ने कहा , इस समय देश की न्यायपालिका दबाव में है , ईडी, इनकम टैक्स का दुरूपयोग हो रहा , हमें संविधान पर गर्व होना चाहिए
इसे हम पढेंगे तो इसके एक एक शब्द पर हमें गर्व होगा , सीएम ने इलेक्ट्रोल बांड को लेकर कहा
इलेक्ट्रोल बांड को देश का सबसे बडा स्कैम बताया
लोगों को बांड के खिलाफ सडकों पर आना चाहिए
आपके गृहमंत्री बोलते हैं 50 साल शासन करेंगे
गहलोत ने कहा कांग्रेस मुक्त करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे , लेकिन कांग्रेस मुक्त भारत नहीं कर पाएंगे
सीएम अशोक गहलोत ने कहा गांधी को आप मानो तो दिल दिमाग से मानो , सांसद प्रज्ञा ठाकुर गांधी के हत्यारे को देशभक्त बता रही हैं , इससे पता लगता कि बीजेपी राष्टपिता महात्मा गांधी को कितना मानती है ,

बाइट:- अशोक गहलोत - सीएम
Body:VoConclusion:Vo
Last Updated : Nov 29, 2019, 9:10 PM IST
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