जयपुर. प्रदेश में कोरोना संकट के बीच डिस्कॉम की परेशानियां बढ़ गई हैं. इस बार परेशानी बढ़ने का कारण है बिजली छीजत और चोरी में इजाफा. अकेले जयपुर ग्रामीण डिस्कॉम सर्किल में ही बीते 3 माह में बिजली चोरी और छीजत का आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है. इस बीच राहत की बात यह है कि अब डिस्कॉम फील्ड स्टॉफ को बिजली चोरी की कार्रवाई रोकने के लिए पुलिस का भी भरपूर सहयोग मिलेगा.
दरअसल, गृह विभाग ने हाल ही में पत्र लिखकर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को बिजली चोरी पकड़ने जाने वाले डिस्कॉम के स्टाफ को आवश्यकतानुसार पुलिस जाब्ता उपलब्ध कराने और डिस्कॉम की ओर से दर्ज एफआईआर पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. यह निर्देश ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव के पूर्व में गृह विभाग को लिखे गए पत्र के बाद दिए गए हैं.
डिस्कॉम के पास खुद की विजिलेंस टीम
डिस्कॉम के पास बिजली चोरी रोकने के लिए खुद की विजिलेंस की टीम भी थी. विजिलेंस की टीम में अधिकतर कर्मचारी पुलिस विभाग के ही तैनात हैं. जिसमें एसपी और डीवाईएसपी स्तर के भी अधिकारी हैं. विजिलेंस टीम जब कहीं कार्रवाई करती हैं, तो इनके साथ पुलिस का जाब्ता चलता है. साथ ही कार्रवाई बड़ी होने पर स्थानीय पुलिस थाने से भी अतिरिक्त जाप्ता मंगवा लेते हैं. जबकि, डिस्कॉम के फील्ड में तैनात इंजीनियर की ओर से बिजली चोरी रोकने के लिए की जाने वाली कार्रवाई पर पुलिस थाने पर आग्रह करने पर ही मुश्किल से एक या दो पुलिस के जवान मिल पाते हैं. अब गृह विभाग की ओर से जारी किए गए आदेश के बाद अच्छा खासा जाप्ता फील्ड में तैनात डिस्कॉम कर्मचारियों को भी कार्रवाई के दौरान मिल पाएगा.
बीते 3 माह में बढ़ा बिजली चोरी का मामला
जयपुर ग्रामीण सर्किल में बीते 3 माह में ही बिजली चोरी और छीजत का आंकड़ा बढ़ गया है. पहले जहां छीजत का आंकड़ा करीब 18% था, वहीं अब यह बढ़कर 35% के करीब पहुंच चुका है. बिजली चोरी बढ़ने का एक बड़ा कारण लॉकडाउन भी है.
दरअसल लॉकडाउन के दौरान डिस्कॉम के विजिलेंस और फील्ड से जुड़े कर्मचारी चेकिंग के लिए गए ही नहीं. ऐसे में कई इलाकों में बिजली चोरी की घटनाओं में एकाएक बढ़ोतरी हो गई. जैसे ही लॉकडाउन में मिली छूट या फिर अनलॉक 1 शुरू हुआ, तब बिजली की चोरी की वारदातें सामने आने लगीं. ऐसे में अब सख्त कार्रवाई करते हुए, इन चोरी की कार्रवाई में उपभोक्ताओं से वसूली का काम कानून की सख्ती दिखाकर किया जाएगा.