जयपुर. चूरू के राजगढ़ थाने के एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई द्वारा सुसाइड करने के प्रकरण की चर्चा अब राजनीतिक गलियारों में भी होने लगी है. एसएचओ के सुसाइड करने के पीछे पॉलिटिकल प्रेशर बताया जा रहा है. हालांकि कोई भी इस पर खुलकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. वहीं एसएचओ द्वारा सुसाइड करने के घटनाक्रम के बाद पुलिस मुख्यालय में भी तमाम आला अधिकारी सकते में हैं. इस प्रकरण की जांच के लिए डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने एक एडीजी स्तर के अधिकारी को राजगढ़ जाने के निर्देश दिए हैं.
ईटीवी भारत की पुलिस मुख्यालय के कुछ आला अधिकारियों से फोन पर बात हुई तो उन्होंने अनऑफिशियल यह बात बताई कि राजगढ़ एसएचओ विष्णुदत्त विश्नोई पिछले काफी लंबे समय से पॉलीटिकल प्रेशर का शिकार हो रहे थे, जिसके बारे में उन्होंने पुलिस मुख्यालय में भी अनेक आला अधिकारियों से चर्चा की थी. अपनी परेशानी जाहिर करते हुए ऐच्छिक सेवानिवृत्ति लेने की इच्छा भी जताई थी. इस पूरे प्रकरण के पीछे एक बड़ी स्थानीय नेता का नाम सामने आ रहा है.
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वहीं एसएचओ द्वारा सुसाइड करने के बाद एक सोशल एक्टिविस्ट ने सोशल मीडिया पर एसएचओ और खुद के बीच में हुई चैट के कुछ स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं, जिसमें एसएचओ द्वारा पॉलिटिकल प्रेशर से परेशान रहने और वीआरएस लेने की बात कही गई है.
डीजीपी ने जांच के लिए भेजा एडीजी स्तर का अधिकारी
राजगढ़ एसएचओ द्वारा सुसाइड करने के बाद डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच के लिए पुलिस मुख्यालय से एडीजी राजीव शर्मा को राजगढ़ जाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एक जांच कमेटी बनाने की बात भी कही जा रही है. इसके साथ ही चूरू एसपी तेजस्विनी गौतम और आईजी जोस मोहन को भी इस पूरे प्रकरण की एक रिपोर्ट शुक्रवार शाम तक पुलिस मुख्यालय को सौंपने के आदेश दिए गए हैं. वहीं इस प्रकरण के बाद अब राजनीति भी शुरू हो गई है. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से संबंध रखने वाले नेता इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं.