जयपुर: डीजीजीआई अधिकारी (DGGI Officers) मिराज समूह के ठिकानों पर मिले दस्तावेजों की जांच पड़ताल कर रहे हैं. जीएसटी चोरी (GST Evasion) का भी आंकलन किया जा रहा है. डीजीजीआई की ओर से दस्तावेजों को खंगालने के बाद टैक्स चोरी का आंकड़ा जारी किया जा सकता है.
जानकार सूत्रों की मानें तो समूह के ठिकानों पर जांच पड़ताल में उत्पाद निर्माण और वितरण के आंकड़ों से 500 करोड़ रुपए से ऊपर टैक्स चोरी की आशंका है.
मार्च 2020 में डीजीजीआई ने समूह के ठिकानों पर छापेमारी की थी. उस समय मिले दस्तावेजों के आधार पर ही एक बार फिर एक्शन लिया गया है. उस दौरान नाथद्वारा, हरिद्वार, अहमदाबाद और राजसमंद में छापा मार कार्रवाई की गई थी.
तब प्रमोटर्स के बाहर होने से कार्रवाई फ्लॉप मानी गई थी, लेकिन फिर से डीजीजीआई ने एक्शन (DGGI) लेते हुए उस समय मिले दस्तावेजों को डवलप करते हुए नए सिरे से रेड डाली. त्योहारी सीजन पर ये DGGI की बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. इससे कारोबारी समूह के अन्य सहयोगियों में भी हड़कंप मचा हुआ है.