जयपुर. ग्रेटर निगम के उपमहापौर पुनीत कर्णावट ने लोहड़ी (Lohri 2022) पर पर्यावरण संतुलन का मैसेज दिया है. उन्होंने लोगों से गौकाष्ठ का इस्तेमाल करने की अपील की गई है. ग्रेटर निगम के उपमहापौर पुनीत कर्णावट ने जयपुरवासियों से ये अपील की है. इसके पीछे पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को पूरा करने, गौउत्पादों को बढ़ावा देने और गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों का हवाला दिया (Jaipur Greater Deputy Mayor appeal) है.
पुनीत कर्णावट ने बताया कि पहले होलिका दहन पर गौकाष्ठ उपयोग में लेने का आह्वान किया था. जिसकी विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, व्यसायिक संगठनों ने सराहना और समर्थन करते हुए शहर में 900 से ज्यादा स्थानों पर गौकाष्ठ से होलिका दहन करने की अभिनव पहल हुई थी. उन्होंने कहा कि वृक्षों की बेतहाशा कटाई से पशु-पक्षियों के जीवन पर संकट मंडरा रहा है. बिगड़ते पर्यावरण संतुलन से इंसान के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. पृथ्वी पर ऑक्सीजन उत्सर्जन का एक मात्र प्राकृतिक स्रोत वृक्ष ही है. जिसके महत्व को कोरोनाकाल में भली भांति देखा और समझा है. इसलिए भावी पीढ़ी को संतुलित पर्यावरण और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध करवाने की दृष्टि से भी जरुरी है कि लकड़ी के विकल्प के तौर पर गौकाष्ठ का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए. भारतीय संस्कृति और शास्त्रों में गाय के गोबर और अन्य उत्पादों को पवित्र, वातावरण शुद्धि का उत्पाद माना गया है. इसलिए गौउत्पादों को बढ़ावा देने के लिए गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए व्यापक प्रयासों की जरूरत है.
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पुनीत कर्णावट ने मकर संक्रांति और लोहड़ी की अग्रिम बधाई देते हुए कहा की सुख-समृद्धि, खुशी का प्रतीक लोहड़ी बहुत बड़ा त्योहार है. कर्णावट ने जयपुरवासियों से लोहड़ी प्रज्ज्वलन में ज्यादा से ज्यादा स्थानों पर गौकाष्ठ का उपयोग करने और कोरोना संक्रमण को देखते हुए सावधानीपूर्वक हर्षोल्ल्लास से मनाने की अपील की.