जयपुर. फोन टैपिंग मामले (Phone Tapping Case) में महेश जोशी (Mahesh Joshi) के समर्थन में मंगलवार को होने वाला कांग्रेस का प्रदर्शन हंगामे की भेंट चढ़ गया. प्रदर्शन करने आए लोग बिना प्रदर्शन किए ही वापस लौट गए. महिलाओं का आरोप है कि कांग्रेस के पदाधिकारी उन्हें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (National Food Security Scheme) में नाम जुड़वाने का कहकर लेकर आए थे, लेकिन यहां आकर उन्होंने प्रदर्शन करने के लिए कहा.
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राजस्थान कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग (Scheduled Caste Department) की सचिव सावित्री खरेरिया का आरोप है कि हंगामा करने वाले लोग अशोक परनामी के समर्थक थे. प्रदेश की गहलोत सरकार के मुख्य सचेतक (Chief Whip of Gehlot Government) डॉ. महेश जोशी को दिल्ली पुलिस की ओर से नोटिस जारी करने के विरोध और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) के खिलाफ मंगलवार को शहीद स्मारक पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुसूचित जाति विभाग की ओर से प्रदर्शन करने का निर्णय किया गया था. तय समय पर अनुसूचित जाति की सचिव सावित्री खरेरिया और उनके समर्थक प्रदर्शन करने के लिए शहीद स्मारक पहुंचे. जब लोगों को प्रदर्शन के लिए कहा गया तो उन्होंने प्रदर्शन करने से इंकार कर दिया.
प्रदर्शन में शामिल होने आई महिलाओं का आरोप है कि उन्हें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जुड़वाने का कहकर लेकर आए थे, लेकिन यहां आकर उन्हें प्रदर्शन करने के लिए कहा गया तो उन्होंने इंकार कर दिया. यह महिलाएं आमागढ़ की रहने वाली थी. महिलाओं का कहना है कि वे अपने खर्च पर यहां आई हैं ताकि उनका नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में जुड़ सकें और उन्हें निशुल्क राशन उपलब्ध हो सके. आमागढ़ से आई महिलाओं ने बताया कि काफी लंबे समय से उनका नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में नहीं जुड़ पा रहा. उसके कारण उन्हें निशुल्क राशन भी नहीं मिल रहा और कोविड-19 में उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पदाधिकारियों को दस्तावेज भी जा चुके हैं, लेकिन अभी तक नाम नहीं जुड़ पाया है जबकि उन्हें कहा गया था कि मंगलवार को कलेक्ट्रेट चलकर इनका नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में जुड़वा दिया जाएगा. एक महिला ने आरोप लगाया कि जब उसने प्रदर्शन में शामिल होने से इनकार किया तो उसके साथ धक्का-मुक्की भी की गई कई महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को घर छोड़कर यहां आई हैं ताकि एनएफएसए में नाम जुड़ सकें.
अनुसूचित जाति विभाग की सचिव सावित्री खरेरिया ने कहा कि हंगामा करने वाले लोग अशोक परनामी के समर्थक थे. उन्होंने ही शहीद स्मारक पर आकर हंगामा किया और प्रदर्शन का विरोध जताया. बीजेपी चाहती है कि कांग्रेस के प्रदर्शन फेल हो जाये और कांग्रेस पार्टी का पूरी तरह से सफाया हो जाए. हंगामे के दौरान पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा.