जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को पुलिस और कारागार विभाग की अनुदान मांगें पारित की गई. इससे पहले हुई चर्चा में भ्रष्टाचार से लेकर पुलिस के आचरण तक को लेकर कई विधायकों ने अपनी बात कही, लेकिन उनके जवाब के दौरान जब संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने देश के नाम को लेकर टिप्पणी की तो उस पर सदन में बवाल मच गया.
दर्शन अनुदान मांगों को पारित करने के लिए जब बतौर मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब देना शुरू किया तो उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की कई बातें सामने आई हैं, जिसमें स्वीकार करता हूं क्योंकि पूरी तरह भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ है. धारीवाल ने इस दौरान पूर्व की कथाओं का उदाहरण देते हुए दुष्यंत कुमार और शकुंतला की एक कहानी भी सदन में कही और देश का नाम लेते हुए यह भी कह दिया कि कुंडली में ही भ्रष्टाचार है, जिस पर सदन में मौजूद भाजपा के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया.
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विधायक राजेंद्र राठौड़ के साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी इसका विरोध किया और उसे भारत और देश की संस्कृति का अनादर तक बता डाला. हालांकि, धारीवाल ने यह कहकर मामला शांत करने की कोशिश की कि मैंने यह बात रेफरेंस में लगी है, क्योंकि जो पुरानी किताबों में लिखा है ऋषि मुनियों ने उसे ही मैंने बताया है. इस बीच आसन पर मौजूद सभापति राजेंद्र पारीक ने मामला शांत करते हुए एक शब्द को विलोपित करने के निर्देश दिए, तब शांति धारीवाल ने कहा कि सदन में अनुदान मांगों पर कई सदस्यों ने कहा लेकिन किसी ने भी यह नहीं कहा कि भ्रष्टाचार समाप्त हो गया और मैं भी यही कह रहा हूं कि भले ही कम हुआ हो या बड़ा हो लेकिन भ्रष्टाचार है अभी भी है ना केवल यहां बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी है और वह भी हमसे ज्यादा.
एसीबी के पूर्व डीजी नवदीप सिंह पर साधा निशाना, बता डाला घोषित डकैत
सदन में मंत्री शांति धारीवाल ने निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के एक सवाल के जवाब में कहा कि आप कहते हैं कि एंटी करप्शन ब्यूरो में ज्यादा समय तक किसी अधिकारी को ना रखें, लेकिन कई ईमानदार अधिकारियों को 4 साल तक एंटी करप्शन ब्यूरो में बड़े पदों पर लगाए रखा. इस दौरान धारीवाल ने अजीत सिंह सहित कई आईपीएस अधिकारियों के नाम भी लिए, लेकिन निशाना साधा. एसीबी के पूर्व डीजे नवदीप सिंह पर और यह तक कह दिया कि 4 महीने के लिए उस नवदीप सिंह को लगाने वाली कौन सी सरकार थी. धारीवाल यहीं नहीं रुके, बल्कि यह भी कहा कि नवदीप सिंह तो वह आदमी था जिसने यह 640 केसों में आई रिश्वत अकेले ही खा ली हो लेकिन आखिर ऐसे अधिकारियों को जिस सरकार ने लगाया उसके क्या रेपुटेशन नहीं गई होगी, जनता में मैं यह पूछना चाहता हूं. धारीवाल ने सदन में मौजूद पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप तो तत्कालिक गृहमंत्री थे आपकी चलती नहीं थी तो कम से कम आप उस नियुक्ति पर ऐतराज तो जता ही सकते थे, क्योंकि यह आपकी जिम्मेदारी थी. धारीवाल ने कहा कि उस समय घोषित डकैतों को ही लगा दिया गया.
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ऑपरेशन फ्लैश आउट की खूबियां गिनाई
अनुदान मांगों पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने 21 नवंबर 2020 को शुरू किए गए ऑपरेशन फ्लड आउट की खूबियां भी गिनाई और कहा कि 1 मार्च 2021 तक 8800 से अधिक सघन जांच और तलाशी केंद्रीय कारागार और जेलों में चलाई गई, जिसमें कई मोबाइल फोन चार्जर इयरफोन पकड़ में आए और अपराधियों से गठजोड़ वाले जेल कर्मचारियों को भी पकड़ा गया और उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. धारीवाल ने बताया कि इस अभियान में अपराधी व्यक्तियों से गठजोड़ करने वाले 128 से अधिक जेल कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की गई और अच्छा काम करने वाले अभियान से जुड़े करीब 150 कर्मचारियों को पुरस्कृत भी किया गया.
हार्डकोर अपराधियों को दूसरे कारागार में क्या ट्रांसफर
शांति धारीवाल ने कहा कि हमारी सरकार ने हार्डकोर अपराधियों को दूसरे जिलों की जेल या फिर हाई सिक्योरिटी जेलों में भेजा. धारीवाल ने इस दौरान लॉरेंस बिश्नोई और धर्मेंद्र सिंह लुक्का सहित कई बड़े अपराधियों के नाम भी गिनाए जो अलग-अलग जेल से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में भेजे गए. धारीवाल ने लॉरेंस बिश्नोई की फोटो के जरिए फेसबुक में हो रही अपलोड पोस्टों को लेकर कहा कि वह पुरानी फोटो है और यह सब उसके गुर्गे कर रहे हैं, ताकि वह अपनी दुकान चला सकें.
राजस्थान में कारागार की क्षमता भी गिनाई
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने अपने संबोधन के दौरान यह भी कहा कि राजस्थान की जेलों में क्षमता के तुलना में 97 फीसदी ही कैदी रखे गए हैं. धारीवाल ने बताया कि वर्तमान में राजस्थान की जेल में कैदियों के रखने की क्षमता 22614 है, लेकिन वर्तमान में इन जेलों में 21967 कैदी रखे गए हैं. धारीवाल ने कहा कि जेलों में आठ बंदियों पर एक शौचालय का नियम है, लेकिन राजस्थान में 6 बंदियों पर एक शौचालय है.
जेल मैनुअल का प्रारूप तैयार, सरकार की मंजूरी का इंतजार
सदन में मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि विभाग के स्तर पर जेल मैनुअल का प्रारूप तैयार कर लिया गया है और उसे स्वीकृति के लिए राज्य सरकार के पास भी भिजवा दिया गया है और मंजूरी मिलते ही उसे लागू भी किया जाएगा. धारीवाल ने जेल में ऑनलाइन रिकॉर्ड और डिजिटल मैनेजमेंट सिस्टम पर भी प्रकाश डाला साथ ही कोरोना का हाल में बंधुओं की ऑनलाइन पेशी और मुलाकात की जानकारी भी दी, साथ ही यह भी कहा कि सरकार का प्रयास है कि अधिकतर जिलों में ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन पेशी हो इसकी व्यवस्था की जाए.
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कारागार के लिए स्थानीय निकाय देंगे सस्ती जमीनः धारीवाल
वहीं, सदन में शांति धारीवाल ने अपने ही विभाग नगरीय विकास विभाग को लेकर एक घोषणा भी कर दी और कहा कि केंद्रीय जेल व अन्य जेल के लिए जो आबादी वाले इलाकों में है और उसे बाहर शिफ्ट करना है, उसके लिए संबंधित लोकल बॉडी यानी स्थानीय निकाय रियायती दर पर कारागार विभाग को जमीन उपलब्ध कराएगी और उसमें प्राथमिकता भी देगी.
धारीवाल के संबोधन के बीच में विधायक मलिंगा हुए खड़े, लक्ष्मण गौड़ से जुड़ा था मामला
वहीं, धारीवाल जब सदन में जवाब दे रहे थे इस दौरान विधायक गिर्राज मलिंगा ने दो बार खड़े होकर धारीवाल को टोका और पूछा कि आखिर आईजी लक्ष्मणगढ़ पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई और उन्हें क्यों बचाया जा रहा है. गिर्राज मलिंगा के समर्थन में विधायक राजेंद्र गुढ़ा भी खड़े हुए और उन्होंने भी मलिंगा का साथ दिया.