जयपुर. भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश सरकार की ओर से की जा रही सहायक रेडियोग्राफर और लैब टेक्नीशियन भर्ती प्रक्रिया में राज्य के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता देने और कोटा निर्धारित करने की मांग की है. पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से यह मांग की है.
सराफ ने कहा कि सरकार ने राज्य में 1058 सहायक रेडियोग्राफर 1119 लैब टेक्नीशियन के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. जिसमें राज्य के बाहर से कोर्स करके आए 200 से अधिक अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन हेतु राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल में आवेदन किया है, और 100 से अधिक कैंडीडेट्स का पंजीयन भी हो चुका है.
जिससे राज्य के अभ्यर्थियों का हक छीना जा रहा है. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि राज्य के मान्यता प्राप्त संस्थानों में हार्ड मार्किंग के कारण परीक्षा परिणाम में यहां के अभ्यर्थियों को कम अंक प्रतिशत मिलता है. जबकि गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, यूपी, पंजाब सहित अन्य राज्यों से मार्किंग और परीक्षा नियमों में शिथिलता के कारण अधिक प्रतिशत अंक प्राप्त करके आए अभ्यर्थी राजस्थान की भर्ती में मेरिट का फायदा ले लेते हैं और राज्य के अभ्यर्थियों को इससे नुकसान होता है.
सराफ ने कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण मेरिट में असफल रहने पर अवसाद ग्रस्त अभ्यर्थी राज्य सरकार के खिलाफ सड़कों पर हैं. लेकिन सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है. बीजेपी विधायक ने मांग करते हुए कहा कि राज्य के अभ्यर्थियों के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सरकार पैरामेडिकल भर्ती में राज्य कैंडिडेट को प्राथमिकता देते हुए उनका कोटा निर्धारित करें.