जयपुर. राजस्थान में लम्पी वायरस (lumpy disease in Rajasthan) से शनिवार 6 अगस्त तक 9134 गायों की मौत हो गई थी. इस दौरान 24 घंटों में करीब 1100 गायों की अकाल मौत का सरकारी आंकड़ा सामने आया है. इस बीमारी के बढ़ते असर को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में गहलोत ने अपील की है कि लोग पशुधन को बचाने के लिए जरूरी इलाज की व्यवस्था को लेकर आर्थिक सहयोग करें.
बीते कुछ दिनों से जनप्रतिनिधि भी अपने अलग-अलग कोष के जरिए आर्थिक मदद का ऐलान कर रहे हैं. इन सब सूरत-ए-हाल के बीच प्रदेश में बड़े पैमाने पर कृषि विभाग में अलग-अलग पद खाली हैं, जिन्हें लेकर बेरोजगार युवाओं और किसान नेताओं ने सरकार से मांग तेज कर दी.
पशुपालन के लिहाज से राजस्थान का देश में दूसरा स्थान है. इसके बावजूद पशुपालक सरकार की नजरअंदाजी को झेल रहे हैं. पशुपालन विभाग में बड़ी संख्या में रिक्तियों को सरकार नहीं भर पा रही है. प्रदेश के पशुपालन विभाग में लम्बे समय से नई भर्तियां नहीं की जा रही है, जिससे खाली पद बढ़ते जा रहे हैं. हालत यह है कि प्रदेश में पशु चिकित्सालय तो बनाए गए हैं, लेकिन यहां सुविधाओं और चिकित्सकों की मौजूदगी नहीं दिखाई देती है. परिणामस्वरूप, पशुपालक पशुओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं. आंकड़ों के अनुसार करीब 45 फीसदी पद राजस्थान के पशुपालन विभाग में फिलहाल खाली पड़े हैं.
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रिक्त पदों से जूझ रहा विभाग- प्रदेश में पशुपालन विभाग में मुख्य रूप से वरिष्ठ पशु चिकित्सक, पशु चिकित्साधिकारी, पशु चिकित्सा सहायक और पशुधन परिचर के पद खाली पड़े हैं. इनके अलावा लेखाकार, सूचना सहायक, वाहन चालक और सफाईकर्मी सहित कई अन्य पद भी खाली पड़े हैं. साल 2018 में सूचना के अधिकार के तहत दी गई पशुपालन विभाग की जानकारी के अनुसार महकमे में खाली पड़े पदों की संख्या 11,842 थी. वर्तमान में 13,466 पद खाली है जो तब से 1642 अधिक है.
पशु चिकित्सकों की भर्ती अटकी- राजस्थान लोक सेवा आयोग 2 अगस्त 2020 को ली गई पशु चिकित्सा अधिकारी भर्ती परीक्षा 2019 की प्रक्रिया अटकी हुई है. अगर सरकार जल्द भर्ती प्रकिया के लिए जरूरी अदालती कार्यवाही को पूरा करे, तो प्रदेश के पशु चिकित्सालयों को 900 पशु चिकित्सा अधिकारी मिल सकेंगे.
सबसे ज्यादा प्रभावित जैसलमेर जिले का हाल- जैसलमेर जिले में स्वीकृत 124 पशु चिकित्सा केंद्र में से 75 केंद्रों पर ताला लगा हुआ है. डॉक्टरों और कर्मचारियों के स्वीकृत 272 पदों में 184 पद रिक्त चल रहे हैं. पश्चिमी राजस्थान में जाहिर है कि लंबित वायरस ने सबसे ज्यादा असर दिखाया है और जैसलमेर जिले में सैकड़ों की संख्या में गायों की मौत हो चुकी है. उसके बावजूद पशुपालक सरकार की लापरवाही का शिकार हो रहे हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े
पद | स्वीकृत पद | भरे हुए पद | खाली पद |
वरिष्ठ पशु चिकित्सक | 1126 | 885 | 241 |
पशु चिकित्सा अधिकारी | 2243 | 913 | 1330 |
पशु चिकित्सा सहायक | 1644 | 945 | 699 |
पशुधन परिचर | 3985 | 1239 | 2746 |
पशुधन सहायक | 8518 | 7150 | 1368 |
युवा बेरोजगारों की यह मांग- युवा बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने लम्पी रोग के बढ़ते कहर के बीच चिंता (Upen Yadav target Gehlot Government) जाहिर की है. महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने सरकार से जल्द से जल्द पशुपालन विभाग में खाली पड़े पदों को भरने की मांग की है. उनका कहना है कि सरकार अगर वक्त पर ध्यान देती, तो इस बीमारी के बढ़ते असर को रोकने में पशुपालन विभाग की अहम भूमिका हो सकती थी. लेकिन मौजूदा दौर में पशुपालन विभाग में बड़ी संख्या में खाली पद हैं.
उन्होंने साल 2019 में से अटकी पड़ी पशु चिकित्सकों की भर्ती का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण अब तक भर्ती की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया जा सका है. उपेन यादव ने सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द देने में अटकी पड़ी 2019 की पशु चिकित्सक भर्ती परीक्षा के मामले में सुनवाई करवाई जाए और खाली पड़े पदों पर जल्दी से जल्दी भर्ती की जाए ताकि इस बीमारी से लड़ने में पशु चिकित्सकों की टीम की सहायता मिल सके.
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किसान ने सरकार से की भर्ती की मांग- किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट ने राजस्थान सरकार से पशुपालन विभाग में खाली पदों को जल्द भरने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से लम्पी वायरस ने बड़े पैमाने पर पशुधन को नुकसान पहुंचाया है. उसके बाद यह स्थिति सरकार को चेतावनी देती है. ऐसे में वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारियों के बड़ी संख्या में प्रदेश स्तर पर पद खाली होना एक गंभीर लापरवाही के रूप में उन्होंने गिनाया. उन्होंने कहा कि एक तरफ काम करने वालों के पद खाली हैं और दूसरी और जो लोग इन पदों के लिए योग्य हैं वे बेरोजगार बैठे हैं. ऐसे में सरकार की नीतियों में इससे बड़ी विसंगति कुछ और हो नहीं सकती. रामपाल जाट ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द इन पदों को भरे जाने की भी मांग की है.