जयपुर. प्रदेश में दो साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में कांग्रेस सरकार ने अध्यापक ग्रेड-3 की भर्ती के लिए रीट परीक्षा 25 अप्रैल 2021 को करवाने की घोषणा की है. यह भर्ती परीक्षा करीब 31 हजार पदों पर भर्ती के लिए होगी. इसके साथ ही कई अन्य नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द शुरू करवाने के संकेत मिल रहे हैं. अब कोचिंग संस्थान को खोलने की अनुमति जारी करने की मांग भी तेज होने लगी है. कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर प्रदेशभर में कोचिंग संस्थान मार्च से ही बंद हैं. अब कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में कमी आने और भर्ती की कवायद शुरू होने के बाद कोचिंग संस्थानों को खोलने की मांग भी तेज हो रही है.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि कोरोना काल से पहले कोचिंग संस्थानों ने बेरोजगारों से फीस ले ली थी, लेकिन कोरोना काल में कोचिंग संस्थाएं बंद हो गई. फिर भी बेरोजगारों को फीस वापस नहीं की गई. इसके बाद पुलिस कांस्टेबल की भर्ती हुई तो कई कोचिंग संस्थानों ने बेरोजगारों से फीस वसूली लेकिन कोचिंग बंद रहने के कारण बेरोजगार इनमें तैयारी नहीं कर पाए.
अब रीट परीक्षा की तारीख तय होने के साथ ही कई कोचिंग संस्थाएं प्रवेश के नाम पर अभ्यर्थियों से फीस वसूलने में लग गई हैं, लेकिन कोचिंग खोलने के सरकार से आदेश नहीं मिलने के कारण वे तैयारी नहीं कर पाएंगे. उनका कहना है कि सरकार को कोचिंग संस्थाओं के लिए गाइडलाइन जारी कर इन्हें खोलने के आदेश जारी करने चाहिए, क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं की ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से तैयारी कारगर साबित नहीं हो पा रही है.
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वहीं, दूसरी तरफ कोचिंग संचालक भी सरकार से कोचिंग संस्थान को खोलने की अनुमति देने की गुहार लगा रहे हैं. कोचिंग संचालकों का कहना है कि करीब 9 महीने से कोचिंग संस्थान बंद हैं और उन्हें आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. अब तो भवनों का किराया और स्टाफ का वेतन देना भी मुश्किल हो रहा है. इसलिए कोचिंग संस्थानों के लिए अलग से गाइडलाइन जारी करने और उन्हें संस्थान खोलने की अनुमति जारी करने की मांग कोचिंग संचालक कर रहे हैं.