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राजस्थान का 'रॉबिन हुड' दिल्ली में गिरफ्तार...सेकेंडों में खाली कर देता था अकाउंट

दिल्ली के वसंत कुंज थाने की पुलिस ने एक ऐसे शख्स को पकड़ा है, जो लोगों की मदद करने के बहाने ATM की अदला-बदली कर लोगों को ठग लेता था. आरोपी के पास से 32 ATM और 30 हजार रुपये बरामद किये हैं.

ईटीवी भारत, राजस्थान का 'राबिन हुड',robin hood , jaipur , राजस्थान न्यूज
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Published : Aug 31, 2019, 10:57 PM IST

नई दिल्ली: साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के वसन्त कुंज थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है, जो देश भर में 16 एटीएम ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुका है. ये ठग अपने गांव में " रॉबिन हुड" के नाम से मशहूर है. और तो और ये शख्स आर्मी में 18 साल नौकरी भी कर चुका है, लेकिन बाद में इसे वहां से डिसमिस कर दिया गया था.

राजस्थान का 'रॉबिन हुड' दिल्ली में गिरफ्तार

ऐसे करता था ठगी
एडिशनल डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस ने इसके पास से अलग-अलग बैंक के 32 एटीएम और 30 हजार रुपये भी बरामद किये हैं. यह एटीएम से पैसे निकालने आए लोगों की मदद करने के बहाने एटीएम कार्ड की अदला बदली कर लेता था.

महिपालपुर का है पीड़ित
नीरज कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वे अपने दोस्त अभिषेक के साथ महिपालपुर में एक बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गया था. तब टेक्निकल इशू के चलते उसका ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हो गया था. जिस पर उसके पीछे खड़ा एक शख्स पैसे निकालने में उसकी मदद करने लगा. जिसके कुछ देर बाद ही वो शख्स वहां से चला गया.

लेकिन नीरज के फोन पर उसके बैंक अककॉउंट से 30 हज़ार के ट्रांसेक्शन का मैसेज आया. जिसके बाद उसने तुरंत अपना एटीएम चेक किया और उसे पता लगा कि ये एटीएम उसका नहीं है.

यह भी पढ़ें : गहलोत के मंत्री का सेवाभाव, रामदेवरा जातरूओं के जख्मी पैरों पर मरहम-पट्टी करते दिखे बीडी कल्ला

शिकायत करने पर पुलिस ने लिया एक्शन
नीरज ने तुरंत इस बात की खबर पुलिस को दी. जिसके बाद वहां के हेड कांस्टेबल राजेश के साथ खुद नीरज ने भी आरोपी को खोजना शुरू कर दिया. और कुछ देर की खोजबीन के बाद आरोपी को पकड़ा भी गया. हेड कांस्टेबल राजेश ने उसकी तलाशी ली, जिसमें उन्होंने आरोपी के पास से 30 हजार कैश और 32 एटीएम बरामद किए.

राजस्थान का रहने वाला था आरोपी
एसीपी रमेश कक्कड़ और एसएचओ वसन्त कुंज नार्थ ऋतुराज की टीम ने जब पूछताछ की तो आरोपी ने अपना नाम राजेंद्र सिंह मीणा बताया. वो राजस्थान का रहने वाला है. साथ ही उसने पुलिस को बताया की वह पहले इंडियन आर्मी में था, जिसे चोरी और अन्य अपराधिक मामलों के चलते आर्मी से निकाल दिया गया. वह जिस गांव का रहने वाला है, वहां उसे लोग रोबिन हूड के नाम से बुलाते हैं. बता दें कि आरोपी देशभर में16 वारदातों को अंजाम दे चुका है

नई दिल्ली: साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के वसन्त कुंज थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है, जो देश भर में 16 एटीएम ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुका है. ये ठग अपने गांव में " रॉबिन हुड" के नाम से मशहूर है. और तो और ये शख्स आर्मी में 18 साल नौकरी भी कर चुका है, लेकिन बाद में इसे वहां से डिसमिस कर दिया गया था.

राजस्थान का 'रॉबिन हुड' दिल्ली में गिरफ्तार

ऐसे करता था ठगी
एडिशनल डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस ने इसके पास से अलग-अलग बैंक के 32 एटीएम और 30 हजार रुपये भी बरामद किये हैं. यह एटीएम से पैसे निकालने आए लोगों की मदद करने के बहाने एटीएम कार्ड की अदला बदली कर लेता था.

महिपालपुर का है पीड़ित
नीरज कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वे अपने दोस्त अभिषेक के साथ महिपालपुर में एक बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गया था. तब टेक्निकल इशू के चलते उसका ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हो गया था. जिस पर उसके पीछे खड़ा एक शख्स पैसे निकालने में उसकी मदद करने लगा. जिसके कुछ देर बाद ही वो शख्स वहां से चला गया.

लेकिन नीरज के फोन पर उसके बैंक अककॉउंट से 30 हज़ार के ट्रांसेक्शन का मैसेज आया. जिसके बाद उसने तुरंत अपना एटीएम चेक किया और उसे पता लगा कि ये एटीएम उसका नहीं है.

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शिकायत करने पर पुलिस ने लिया एक्शन
नीरज ने तुरंत इस बात की खबर पुलिस को दी. जिसके बाद वहां के हेड कांस्टेबल राजेश के साथ खुद नीरज ने भी आरोपी को खोजना शुरू कर दिया. और कुछ देर की खोजबीन के बाद आरोपी को पकड़ा भी गया. हेड कांस्टेबल राजेश ने उसकी तलाशी ली, जिसमें उन्होंने आरोपी के पास से 30 हजार कैश और 32 एटीएम बरामद किए.

राजस्थान का रहने वाला था आरोपी
एसीपी रमेश कक्कड़ और एसएचओ वसन्त कुंज नार्थ ऋतुराज की टीम ने जब पूछताछ की तो आरोपी ने अपना नाम राजेंद्र सिंह मीणा बताया. वो राजस्थान का रहने वाला है. साथ ही उसने पुलिस को बताया की वह पहले इंडियन आर्मी में था, जिसे चोरी और अन्य अपराधिक मामलों के चलते आर्मी से निकाल दिया गया. वह जिस गांव का रहने वाला है, वहां उसे लोग रोबिन हूड के नाम से बुलाते हैं. बता दें कि आरोपी देशभर में16 वारदातों को अंजाम दे चुका है

Intro:साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के वसन्त कुंज नार्थ थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे चीटर को गिरफ्तार किया है, जो देश बज्र में एटीएम चिटिंग की वारदात करता था, लेकिन अपने गांव में " रोबिन हूड" के नाम से मशहूर है. और तो और यह आर्मी में 18 साल नौकरी भी कर चुका है, लेकिन बाद में इसे वहां से डिसमिस कर दिया गया था.

Body:एडिशनल डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने बताया की पुलिस ने इसके पास से अलग अलग बैंक के 32 एटीएम और 30 हज़ार रुपये भी बरामद किया है. यह एटीएम से पैसे निकालने आये लोगों की मदद करने के बहाने एटीएम कार्ड की अदला बदली कर लेेता था.
नीरज कुमार ने शिकायत दर्ज़ कराई थी की जब वह अपने दोस्त अभिषेक के साथ महिपालपुर के बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गया था,ल. लेकिन टेक्निकल इशू के चलते उसका ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हो गया था. जिस पर उसके पीछे खड़े एक शख्स ने पैसे निकालने में उसकी मदद करने लगा. जिसके बाद कुछ देर बाद वह वहां से चला गया. लेकिन नीरज के फ़ोन पर एक उसके बैंक अककॉउंट से 30 हज़ार के ट्रांसेक्शन का मैसेज आया. जिसके बाद उसने तुरंत अपना एटीएम चेक किया, जिसमे उसे पता लगा यह एटीएम उसका नही है.
नीरज ने तुरंत इस बात की खबर पुलिस को दी. वहां के बीट ऑफिसर हेड कांस्टेबल राजेश और नीरज पहुंच गए. इन्होंने साथ मिलकर आरोपी की तलाश में जुट गए. और कुछ देर की खोजबीन के बाद आरोपी को पकड़ने में कामयाब भी हो गए. हेड कांस्टेबल राजेश ने उसकी तलाशी ली, जिसमें उन्होंने आरोपी के पास से 30 हज़ार कैश और 32 एटीएम बरामद किए.

एसीपी रमेश कक्कड़, एसएचओ वसन्त कुंज नार्थ ऋतुराज की टीम ने जब पूछताछ की तो आरोपी ने अपना नाम राजेंद्र सिंह मीणा बताया. वह राजस्थान का रहने वाला निकला. उसने पुलिस को बताया की वह पहले इंडियन आर्मी में था, जिसे चोरी और अन्य अपराधिक मामलों के चलते आर्मी से निकल दिया गया. जिस गांव का रहने वाला है, वहां उसे लोग रोबिन हूड के नाम से बुलाते हैं.Conclusion:पूछताछ के बाद पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा मामलों का पता लगाया है. और इसके पुराने 16 मामलों के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है. जो इसने इंडिया के कई अलग हिस्सों में किया था.

बाईट--इंगित प्रताप सिंह ( एडिशनल डीसीपी )
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