जयपुर. राजधानी जयपुर में सेंट्रल पार्क के पास मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. सेंट्रल पार्क के पास एक खानाबदोश का शव दिनभर पड़ा रहा. लेकिन सूचना के बाद भी कोरोना संक्रमण के डर से कोई भी जिम्मेदार शव को उठाने के लिए नहीं पहुंचा.
दरअसल, एक खानाबदोश युवक की अज्ञात कारणों के चलते मौत हो गई. वहीं सूचना के 4 घंटे बाद भी प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा मौके पर नहीं पहुंचा. लिहाजा 4 घंटे तक तपती धूप में शव पड़ा रहा. तपती दोपहरी में शव की दुर्गति होती रही. सभी एजेंसी एक दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी डालते रहे. लेकिन शब लेने कोई नहीं आया. जिला प्रशासन पुलिस, नगर निगम, एंबुलेंस किसी ने भी संवेदनशीलता नहीं दिखाई.
ये पढ़ें: लोक कल्याणकारी नीतियों के प्रचार में जुटा भाजपा का आईटी विभाग, शुरू हुआ अभियान
हालांकि, अशोक नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. लेकिन डेड बॉडी घंटों तक फुटपाथ पर पड़ी रही. वहीं खानाबदोश युवक की मौत के कारण फिलहाल सामने नहीं आए हैं. शाम के समय पुलिस ने एंबुलेंस की सहायता से शव को उठवा कर सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. राजधानी जयपुर में हुई इस घटना से लोगों के मनों में भी कई सवाल उठने लगे है. आखिरकार राजधानी जयपुर जहां पर सरकार रहती है. वहां ऐसे हालात है तो, प्रदेश के अन्य शहरों में किस तरह के हालात होंगे.
ये पढ़ें: जयपुरः खाद्य सुरक्षा योजना के पीडीएस सिस्टम की होगी सोशल ऑडिट
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश भर में डर का माहौल बना हुआ है. इंसान भी इंसान के पास जाने से भी कतरा रहा है. इन दिनों अगर किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत होती है, तो परिजन भी उसका शव लेने से कतराते हैं. ऐसे में जो परिजन शव नहीं लेते उनका अंतिम संस्कार सरकार की ओर से करवाया जाता है. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोग अपनों के शव को भी छूने से डरते हैं, तो वहीं लावारिस शव को देखकर सरकार के नुमाइंदे भी उनके पास जाने से कतरा रहे है.