जयपुर. लालसोट के एक हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत और उसके बाद चिकित्सक की ओर से आत्महत्या (Dausa Lady Doctor Suicide Case) किए जाने के बाद प्रदेश भर के चिकित्सकों में रोष व्याप्त है. जिसके बाद आज भी जयपुर के निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज नहीं होगा और निजी अस्पताल पूर्ण रूप से बंद रहेंगे. इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी 2 घंटे कार्य बहिष्कार चिकित्सकों की ओर से किया (Work boycott of doctors in Jaipur) जाएगा. चिकित्सकों का कहना है कि मामले को प्रशासन गंभीरता से लें और दोषियों पर कार्रवाई करें अन्यथा चिकित्सकों की ओर से आंदोलन तेज किया जाएगा.
चिकित्सक की ओर से आत्महत्या का मामला (Dausa Lady Doctor Suicide Case) लगातार तूल पकड़ता जा रहा है और ऐसे में अब प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ-साथ सरकारी हॉस्पिटल के चिकित्सक भी आंदोलन में कूद गए हैं. जहां आज दूसरे दिन भी जयपुर के प्राइवेट अस्पताल पूर्ण रूप से बंद रहेंगे तो वहीं सरकारी अस्पतालों में भी 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा. इस दौरान चिकित्सक ओपीडी का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे. मामले को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम सोसायटी के साथ-साथ अब रेजिडेंट डॉक्टर और मेडिकल कॉलेज की टीचर्स एसोसिएशन भी आंदोलन में उतर चुके हैं.
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चिकित्सकों का कहना है कि जब तक सरकार की ओर से मामले को लेकर उचित कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक चिकित्सकों का आंदोलन जारी रहेगा. बीते दिन भी जयपुर के सभी प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी बंद रही थी और चिकित्सकों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया था. यहां तक की स्टेच्यू सर्किल पर चिकित्सकों ने रास्ता भी जाम कर दिया था. हालांकि, मामले को लेकर सरकार की ओर से एक कमेटी का गठन भी किया गया है और दौसा एसपी को हटाया गया है. इसके अलावा कुछ लोगों की गिरफ्तारियां करने पुलिस उनके घरों पर भी पहुंची है. लेकिन चिकित्सकों का आरोप है कि जो मुख्य आरोपी हैं उन्हें अभी भी गिरफ्तार नहीं किया गया है और उन्हें बचाया जा रहा है.