जयपुर. 1 मार्च से जयपुर से दिल्ली जाने वाले यात्री अपने गंतव्य पर समय से पहुंच सकेंगे, ऐसा इसलिए क्योंकि करीब 10 साल से लंबित बांदीकुई-अलवर के बीच डबलिंग का काम पूरा हो जाएगा. रेलवे के कंस्ट्रक्शन विभाग ने अलवर-ढिगावडा के बीच डबलिंग का काम पूरा कर लिया गया है.
वहीं अब ढिगावडा-बांदीकुई के बीच डबलिंग का कार्य 26 फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद अजमेर-जयपुर (98 आकेएम) और जयपुर-दिल्ली (292 आकेएम) ट्रैक पूरी तरह डबल हो जाएगा. जिसके बाद इस रूट पर क्रॉसिंग के दौरान किसी भी ट्रेन को अनावश्यक रोका नहीं जाएगा.
26 और 27 फरवरी को वेस्टर्न सर्किल के रेल संरक्षा (crs) आयुक्त आरके शर्मा, सीएओ सीएल मीना और डीआरएम मंजूषा जैन इस रूट का निरीक्षण भी करेंगे. जिसके बाद सीआरएस इस रूट पर ट्रेन चलाने की अनुमति देंगे. वहीं इस रूट पर ट्रेन चलने से अब जयपुर से दिल्ली जाने वाली किसी ट्रेन को क्रॉसिंग के लिए नहीं रुकना पड़ेगा और यात्रियों को बेहतर सुविधा भी मिल सकेगी.
पीक आवर्स में 15 से 30 मिनट तक ट्रेनों को रुकना पड़ता है-
जयपुर-बांदीकुई के बीच पहले से डबलिंग है, ऐसे में इस रूट पर क्रॉसिंग के दौरान किसी ट्रेन को रोडसाइड स्टेशन या मिडसेक्शन रुकना नहीं पड़ता है. लेकिन बांदीकुई से ढिगावडा तक सिंगल लाइन होने के कारण इस रूट पर क्रॉसिंग के दौरान बसवा और राजगढ़ जैसे स्टेशनों पर ट्रेनों को 15 से 30 मिनट तक रुकना पड़ता है. सबसे ज्यादा ट्रेन सुबह 6 से 9 और शाम 4:00 बजे से 7:00 बजे तक रोकी जाती है. जिसके कारण पूजा एक्सप्रेस, रानीखेत एक्सप्रेस, आश्रम सुपरफास्ट, आला हजरत एक्सप्रेस जैसी करीब 15 से 20 ट्रेनें रोजाना राइट टाइम संचालित होने के बाद भी 30 से 45 मिनट की देरी से जयपुर पहुंचती है. जिसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है.