जयपुर. 'तौकते' का असर राजस्थान में देखने को मिल रहा है. जयपुर, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर और कोटा संभाग के कई इलाकों में सुबह से ही हल्की बारिश का दौर जारी. वहीं, मौसम विभाग ने डूंगरपुर और बांसवाड़ा में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. साथ ही इन जिलों के अंतर्गत रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. मुख्यमंत्री से लेकर मुख्यसचिव ने, सभी जिलों के कलेक्टरों और संभागीय आयुक्तों को बारीकी से नजर रखने के साथ आपात परिस्थिति से निपटने की तैयारियों के निर्देश दिए हैं.
वहीं, प्रशासन ने इन एरिया में राहत-बचाव के लिए एक दिन पहले ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें तैनात कर दी है. मौसम विभाग की मानें तो यह तूफान आज शाम तक राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में प्रवेश कर जाएगा. जिसके कारण उदयपुर, सिरोही, डुंगरपुर, पाली और जालोर में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी. साथ ही तेज बारिश का दौर भी शुरू हो सकता है.
18 और 19 मई को रहेगा चक्रवात का असर...
मौसम विभाग ने उदयपुर और जोधपुर संभाग के कई जिलों में भारी बारिश होने को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की ओर से करीब 200 मिली मीटर बारिश होने की संभावना जताई गई है. वहीं, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, भरतपुर संभाग के कई जिलों के अंतर्गत अलर्ट जारी कर रखा है.
जिला कलेक्टर्स और संभागीय आयुक्तों को भी अलर्ट रहने के निर्देश...
वहीं, दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से तौकते तूफान को लेकर जारी चेतावनी के बाद प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने इसे लेकर सभी संभागीय आयुक्तों और सभी जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखकर एहतियातन तैयारियां करने और अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही विद्युत विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं कि तूफान के कारण क्षतिग्रस्त होने वाली विद्युत लाइनों की तुरंत प्रभाव से मरम्मत की जाए इसके अलावा कोविड-19 और अस्पतालों में इमरजेंसी के लिए पर्याप्त संख्या में जनरेटर की व्यवस्था की जाएगी, जिससे कि तूफान से अगर नुकसान भी होता है तो मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
जिलों में आपात बैठकों का दौर...
तौकते तूफान को लेकर सभी जिलों में जिला प्रशासन के द्वारा आपात बैठके लेकर तैयारियां रखने के निर्देश दिए गए हैं. आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा के मामले से जुड़े लोगों को अभी मदद के लिए अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. तूफान की संभावना के मद्देनजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद जिला और प्रदेश स्तर पर तल रही तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. साथ ही अधिकारियों को निर्देश भी देते नजर आ रहे हैं. रविवार देर रात तक चली कोविड-19 समीक्षा बैठक में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों के साथ तौकते तूफान को लेकर चर्चा की थी.
तौकते तूफान के प्रभाव को लेकर तीन भागों में बांटा...
सरकार ने प्रदेश को तौकते तूफान के प्रभाव को लेकर तीन भागों में बांटा है. जिसमें पहला रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट, येलो अलर्ट कैटेगरी शामिल हैं. रेड अलर्ट जिले वह जिले हैं जहां पर मौसम विभाग के अनुसार तौकते तूफान का ज्यादा असर दिखेगा. डूंगरपुर, सिरोही, उदयपुर, जालोर और पाली में सबसे ज्यादा असर दिखने की संभावना है. जहां अति भारी बारिश और तेज हवाएं चलेंगी. वहीं, ऑरेंज अलर्ट में जयपुर, चित्तौड़, बांसवाड़ा, अजमेर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, भीलवाड़ा, दौसा, अलवर, नागौर, चूरू, बीकानेर, झुंझुनू, सीकर, टोंक में तेज बारिश और हल्की हवाएं चलेंगी.
येलो अलर्ट में धौलपुर, झालावाड़, बारां, भरतपुर, बूंदी, करौली, कोटा जिले शामिल हैं, जहां पर हल्की हवाओं के साथ तेज बारिश होने का अनुमान है. इसके साथ हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में भी हल्की बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. मौसम विभाग के अनुसार 18 और 19 मई को प्रदेश के कई जिलों में तौकते तूफान का खासा असर रहने की आशंका जताई जा रही है. इसी के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार तौकते तूफान को लेकर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दे रहे हैं.
आसमानी आफत से इन जिलों में हो चुकी हैं मौतें...
चक्रवाती तूफान तौकते का असर राजस्थान के कई जिलों में देखने को मिल रहा है. वहीं, रविवार को तेज रफ्तार तूफानी हवाओं के बीच आकाशीय बिजली गिरने से चार जनों की मौत हो गई थी. जबकि चित्तौड़गढ़ में एक की मौत हुई थी.