जयपुर. राजधानी में साइबर ठगी के प्रकरण थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. साइबर ठग अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बनाने में लगे हुए हैं. राजधानी में साइबर ठगी के 3 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें पॉलिसी के नाम पर, वीवीआईपी नंबर दिलाने के नाम पर और कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बनकर लोगों से लाखों रुपए ठगे गए हैं. ठगी का पहला मामला तूंगा थाना इलाके में सामने आया है. जहां पर ठगों की ओर से एक 55 वर्षीय महिला को शिकार बनाया गया है.
इस संबंध में वीना शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि 1 सप्ताह पूर्व एटीएम से 5 हजार रुपए निकाले थे जो एटीएम से नहीं निकले और खाते से रुपए कटने का मैसेज मोबाइल पर प्राप्त हुआ. जिसपर वीना शर्मा ने संबंधित बैंक में इसकी शिकायत की और बैंक के हेल्पलाइन नंबर पर भी इसके बारे में जानकारी दी. उसके बावजूद उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ.
जिसके बाद वीना शर्मा ने इंटरनेट पर बैंक के कस्टमर केयर नंबर सर्च किए और एक मोबाइल नंबर पर कॉल कर अपनी समस्या बताई. जिस नंबर पर कॉल किया गया उस व्यक्ति ने खुद को कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बताते हुए वीना शर्मा को उनके मोबाइल पर एक एप्लीकेशन डाउनलोड करवाई. एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद व्यक्ति ने बैंक खाता, एटीएम नंबर सहित विभिन्न जानकारी वीना शर्मा से प्राप्त की और फिर उनके खाते से 2.40 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन कर लिया. खाते से रुपयों का ट्रांजैक्शन होने के बाद ठग ने फोन काट दिया और साथ ही अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. जिसके बाद वीना शर्मा की ओर से पुलिस में ठगी का प्रकरण दर्ज करवाया गया. फिलहाल पुलिस मोबाइल नंबर और ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर जांच कर रही है.
VVIP नंबर का सिम कार्ड दिलाने के नाम पर ठगी
ठगी का दूसरा मामला चित्रकूट थाना इलाके में सामने आया है. जहांपर ठग ने खुद को एक टेलीकॉम कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर बताकर वीआईपी नंबर देने का झांसा देकर 37 हजार रुपए ठगे हैं. इस संबंध में सिविल लाइंस निवासी रवि मोदानी ने शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है. रवि के मोबाइल पर गणेश जैन नामक एक व्यक्ति ने फोन कर खुद को एक टेलीकॉम कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर बताया और वीवीआईपी नंबर दिलाने का झांसा दिया. उसके बाद वीवीआइपी नंबर दिलाने के नाम पर सिक्योरिटी डिपॉजिट और अन्य चार्ज बताकर कुल 37 हजार रुपए दो अलग-अलग बैंक खातों में जमा करवा लिए. उसके बाद ठग ने पीड़ित को मोबाइल पर एक रिसिप्ट भेजी जो कि फर्जी प्रतीत होने पर पीड़ित ने जब संबंधित सेल्यूलर कंपनी से संपर्क किया तब जाकर उसे ठगी का पता चला. इसके बाद पीड़ित की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई. फिलहाल पुलिस मोबाइल नंबर और बैंक खातों के आधार पर प्रकरण की जांच में जुट गई है.
लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के चार्ज हटाने के नाम पर ठगी
ठगी का तीसरा प्रकरण प्रतापनगर थाना इलाके में सामने आया है. जहां ठग ने खुद को आरबीआई बैंक का प्रतिनिधि बताकर लाइफ इंश्योरेंस संबंधित चार्ज हटाने का झांसा दे 17000 रुपए की ठगी की है. इस संबंध में बजरंग श्रीमालकी ओर से शिकायत दर्ज करवाई गई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि पीड़ित के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन कर खुद को आरबीआई बैंक का प्रतिनिधि बताया।. साथ ही पीड़ित को उसके क्रेडिट कार्ड पर लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी संबंधित कोई चार्ज जुड़ा होने की बात कहते हुए चार्ज अदा करने को कहा. जब पीड़ित ने इस तरह की कोई भी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी एक्टिवेट नहीं कराने की बात कही तो ठग ने पॉलिसी को डीएक्टिवेट करने का झांसा दिया. साथ ही पॉलिसी को डीएक्टिवेट करने के नाम पर मोबाइल में आए हुए एक ओटीपी को साझा करने के लिए कहा. ठग की बात में आकर पीड़ित ने मोबाइल पर आए ओटीपी की जानकारी साझा कर दी. उसके बाद पीड़ित के खाते से 17 हजार रुपए का ट्रांजैक्शन हो गया. फिलहाल पुलिस प्रकरण की जांच में जुट गई है.
लॉटरी जीतने का झांसा दे तीन 3.80 लाख रुपए की ठगी
जयपुर के मालपुरा गेट थाना इलाके में सामने आया है. जहां ठगों ने एक व्यक्ति को 16 लाख रुपए की लॉटरी जीतने का झांसा देकर 3.80 लाख रुपए की ठगी की है. ठगी के संबंध में शैलेश की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है.