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राजस्थान में सक्रिय है आनंदपाल गैंग...मादक पदार्थों की तस्करी मुख्य धंधा, गिरफ्तार गांजा तस्करों ने उगले भेद - drug trafficking

जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने सीकर के रानोली थाना इलाके में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त 2 तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 55 किलो गांजा बरामद किया है. गांजा तस्कर ने ये मादक पदार्थ आनंदपाल गैंग के सदस्य चैना से खरीदा था.

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गांजा तस्करी
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Published : Jul 10, 2021, 7:21 PM IST

Updated : Jul 10, 2021, 10:59 PM IST

जयपुर. राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी के तार आनंदपाल गैंग से जुड़े हैं. यानी आनंदपाल गैंग के गुर्गों का मुख्य कार्य अब मादक पदार्थ तस्करी है. सीकर से आनंदपाल के गुर्गे चैना से गांजा खरीदकर तस्कर जयपुर और आसपास के इलाकों में सप्लाई कर रहे हैं. ये खुलासा जयपुर पुलिस की पकड़ में आए दो गांजा तस्करों ने किया है.

राजस्थान में अवैध मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ पुलिस अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने सीकर के रानोली थाना इलाके में बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस टीम ने मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त 2 तस्करों को गिरफ्तार किया है. आरोपी तस्करों से 55 किलो गांजा बरामद किया है.

इसके साथ ही पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी में इस्तेमाल की गई एक लग्जरी कार भी आरोपियों से बरामद की है. सीएसटी के सदस्यों को यह सूचना मिली थी कि सीकर और उसके आसपास के क्षेत्र से मादक पदार्थों की तस्करी कर राजधानी जयपुर और उसके आसपास के क्षेत्र में सप्लाई करने के लिए तस्कर रवाना होने वाले हैं. इस पर सीएसटी ने सीकर जिले के रानोली थाना इलाके में मुखबीर की सूचना पर दबिश दी और सनी बिदावत और अनिल कुमार नाम के तस्करों को दबोच लिया.

पढ़ें- बाल गृह की आड़ में मानव तस्करी की आशंका, छत्तीसगढ़ से रेस्क्यू किए गए मध्य प्रदेश के 19 बच्चे

आरोपियों से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि तस्कर मादक पदार्थ गांजा सीकर के लक्ष्मणगढ़ में रहने वाले रामचंद्र उर्फ चैना से 5 हजार रुपए प्रति किलो के भाव से खरीद कर लाए थे. रामचंद्र उर्फ चैना को गैंगस्टर आनंदपाल का गुर्गा बताया जा रहा है. आरोपी तस्कर जयपुर और उसके आसपास जोबनेर और रेनवाल में 20 हजार रुपए प्रति किलो के भाव से गांजा बेचते हैं.

आरोपियों ने मादक पदार्थों की तस्करी कर उसे जयपुर और आसपास के क्षेत्र में सप्लाई करने की बात कबूली है. साथ ही पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि गांजा सप्लायर रामचंद्र उर्फ चैना पूर्व में आनंदपाल गैंग का सदस्य रह चुका है. जिसके खिलाफ अनेक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अब पुलिस रामचंद्र की तलाश में जुट गई है और इसके साथ ही दोनों आरोपियों से मादक पदार्थ के सप्लायर और खरीददार के नेटवर्क के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

पढ़ें- बढ़ते अपराधों पर राज्यवर्धन ने साधा निशाना, बोले-राजस्थान में चलता है अंधा कानून

राजस्थान पुलिस ने जैसे ही आनंदपाल और उसकी गैंग का खात्मा किया, तो उसकी गैंग के बाकी गुर्गे मादक पदार्थ और शराब की तस्करी में लिप्त हो गए. यही कारण है कि सीकर और उसके आसपास के इलाकों में मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरण काफी बढ़ गए हैं. पहले भी कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने सीकर और उसके आसपास के क्षेत्र में दबिश देकर भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए थे. लेकिन तस्करी के नेटवर्क के सरगना और अन्य बड़ी कड़ियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है.

मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत अब तक एनडीपीएस एक्ट के 749 प्रकरण दर्ज किए हैं. इसके साथ ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक कुल 954 तस्करों को गिरफ्तार किया है. जिनमें कुछ विदेशी तस्कर भी शामिल हैं जो नाइजीरिया और अन्य देश के रहने वाले हैं.

वहीं आज जो कार्रवाई सीकर के रानोली थाना क्षेत्र में की गई है उसमें एक बार फिर आनंदपाल गैंग के गुर्गे का नाम सामने आया है. फिलहाल अब इस पूरे प्रकरण में आगे की जांच सीकर जिला पुलिस की विशेष टीम को सौंपी गई है, जो प्रकरण में फरार चल रहे आनंदपाल गैंग के गुर्गे की तलाश में जुटी हुई है.

2017 में आनंदपाल के एनकाउंटर से पहले और बाद में राजस्थान पुलिस ने आनंदपाल गैग के तकरीबन 60 गुर्गों को गिरफ्तार किया था. आनंदपाल गैंग के खास सूरज पाटीदार और अनुराधा को पुलिस ने दबोचा, जयपुर से उदयसिंह भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. अजमेर की जेल में आनंदपाल के खास गुर्गे श्रीवल्लभ की मौत हो गई थी.

इसके अलावा सीकर और नागौर में आनंदपाल गैंग के कई गुर्गे पुलिस ने गिरफ्तार किये थे. कुल मिलाकर रंगदारी और अपराध के मामले में आनंदपाल गैंग लगभग खत्म हो गई थी. इसके बाद आनंदपाल गैंग के बचे हुए कुछ गुर्गों ने मादक पदार्थों की तस्करी को नया धंधा बनाया है.

जयपुर. राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी के तार आनंदपाल गैंग से जुड़े हैं. यानी आनंदपाल गैंग के गुर्गों का मुख्य कार्य अब मादक पदार्थ तस्करी है. सीकर से आनंदपाल के गुर्गे चैना से गांजा खरीदकर तस्कर जयपुर और आसपास के इलाकों में सप्लाई कर रहे हैं. ये खुलासा जयपुर पुलिस की पकड़ में आए दो गांजा तस्करों ने किया है.

राजस्थान में अवैध मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ पुलिस अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने सीकर के रानोली थाना इलाके में बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस टीम ने मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त 2 तस्करों को गिरफ्तार किया है. आरोपी तस्करों से 55 किलो गांजा बरामद किया है.

इसके साथ ही पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी में इस्तेमाल की गई एक लग्जरी कार भी आरोपियों से बरामद की है. सीएसटी के सदस्यों को यह सूचना मिली थी कि सीकर और उसके आसपास के क्षेत्र से मादक पदार्थों की तस्करी कर राजधानी जयपुर और उसके आसपास के क्षेत्र में सप्लाई करने के लिए तस्कर रवाना होने वाले हैं. इस पर सीएसटी ने सीकर जिले के रानोली थाना इलाके में मुखबीर की सूचना पर दबिश दी और सनी बिदावत और अनिल कुमार नाम के तस्करों को दबोच लिया.

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आरोपियों से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि तस्कर मादक पदार्थ गांजा सीकर के लक्ष्मणगढ़ में रहने वाले रामचंद्र उर्फ चैना से 5 हजार रुपए प्रति किलो के भाव से खरीद कर लाए थे. रामचंद्र उर्फ चैना को गैंगस्टर आनंदपाल का गुर्गा बताया जा रहा है. आरोपी तस्कर जयपुर और उसके आसपास जोबनेर और रेनवाल में 20 हजार रुपए प्रति किलो के भाव से गांजा बेचते हैं.

आरोपियों ने मादक पदार्थों की तस्करी कर उसे जयपुर और आसपास के क्षेत्र में सप्लाई करने की बात कबूली है. साथ ही पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि गांजा सप्लायर रामचंद्र उर्फ चैना पूर्व में आनंदपाल गैंग का सदस्य रह चुका है. जिसके खिलाफ अनेक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अब पुलिस रामचंद्र की तलाश में जुट गई है और इसके साथ ही दोनों आरोपियों से मादक पदार्थ के सप्लायर और खरीददार के नेटवर्क के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

पढ़ें- बढ़ते अपराधों पर राज्यवर्धन ने साधा निशाना, बोले-राजस्थान में चलता है अंधा कानून

राजस्थान पुलिस ने जैसे ही आनंदपाल और उसकी गैंग का खात्मा किया, तो उसकी गैंग के बाकी गुर्गे मादक पदार्थ और शराब की तस्करी में लिप्त हो गए. यही कारण है कि सीकर और उसके आसपास के इलाकों में मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरण काफी बढ़ गए हैं. पहले भी कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने सीकर और उसके आसपास के क्षेत्र में दबिश देकर भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए थे. लेकिन तस्करी के नेटवर्क के सरगना और अन्य बड़ी कड़ियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है.

मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत अब तक एनडीपीएस एक्ट के 749 प्रकरण दर्ज किए हैं. इसके साथ ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक कुल 954 तस्करों को गिरफ्तार किया है. जिनमें कुछ विदेशी तस्कर भी शामिल हैं जो नाइजीरिया और अन्य देश के रहने वाले हैं.

वहीं आज जो कार्रवाई सीकर के रानोली थाना क्षेत्र में की गई है उसमें एक बार फिर आनंदपाल गैंग के गुर्गे का नाम सामने आया है. फिलहाल अब इस पूरे प्रकरण में आगे की जांच सीकर जिला पुलिस की विशेष टीम को सौंपी गई है, जो प्रकरण में फरार चल रहे आनंदपाल गैंग के गुर्गे की तलाश में जुटी हुई है.

2017 में आनंदपाल के एनकाउंटर से पहले और बाद में राजस्थान पुलिस ने आनंदपाल गैग के तकरीबन 60 गुर्गों को गिरफ्तार किया था. आनंदपाल गैंग के खास सूरज पाटीदार और अनुराधा को पुलिस ने दबोचा, जयपुर से उदयसिंह भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. अजमेर की जेल में आनंदपाल के खास गुर्गे श्रीवल्लभ की मौत हो गई थी.

इसके अलावा सीकर और नागौर में आनंदपाल गैंग के कई गुर्गे पुलिस ने गिरफ्तार किये थे. कुल मिलाकर रंगदारी और अपराध के मामले में आनंदपाल गैंग लगभग खत्म हो गई थी. इसके बाद आनंदपाल गैंग के बचे हुए कुछ गुर्गों ने मादक पदार्थों की तस्करी को नया धंधा बनाया है.

Last Updated : Jul 10, 2021, 10:59 PM IST
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