जयपुर. त्योहारी सीजन को देखते हुए जिला प्रशासन मिलावटखोरी के खिलाफ काफी सक्रिय है. जिला कलेक्टर जगरुप सिंह यादव ने साफ कर दिया है कि मिलावट को लेकर यदि किसी पर आपराधिक मामला बनता है तो उस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी.
जिला कलेक्टर ने बताया कि शहर में मिलावटखोरी को लेकर टीमें पहले ही बना दी गई है. ये टीमें लगातार शहर में खाद्य पदार्थों के नमूने ले रही हैं. टीमों को 10 नमूने प्रतिदिन लेने के लिए पाबंद भी किया गया है. फूड इंस्पेक्टर के साथ स्वास्थ्य विभाग को भी शामिल किया गया है. साथ ही टीम में बाट और माप-तौल विभाग के अलावा खाद्य विभाग के निरीक्षक भी इस टीम में शामिल है. वहीं दवाओं में भी मिलावट का ध्यान रखने के लिए टीम में ड्रग इंस्पेक्टर को भी शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि मिलावट को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है.
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कलेक्टर यादव ने कहा कि यदि किसी मिलावटखोरी के मामले में आपराधिक मामला बनता है तो उस मामले में एफआइआर दर्ज कराई जाएगी. मिलावटखोरों के खिलाफ मुकदमा भी चलाया जाएगा. साथ ही कलेक्टर ने हर्ष जताया की जयपुर जिले में मिलावट के एक मामले में एक व्यक्ति को 10 साल की सजा सुनाई गई है. उन्होंने कहा कि यह मामला मिलावट करने वाले लोगों के लिए एक नजीर साबित होगा, जिससे वे मिलावटखोरी करने से बचेंगे.