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राजस्थान के सभी जिलों में बनाए जाएंगे Covid Care Center, 500 से 1000 होगी बेड की क्षमता

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में अलग से कोविड केयर सेंटर्स बनाए जाएंगे. ये कोविड केयर सेंटर्स जरूरत के अनुसार 500 से 1000 बेड की क्षमता वाले होंगे.

कोविड केयर सेंटरर्स, Covid care centers
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा
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Published : May 6, 2020, 9:59 AM IST

जयपुर. कोरोना पॉजिटिव या संदिग्ध मरीजों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में अलग से कोविड केयर सेंटर बनाए जाएंगे. मामले को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कोविड संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए प्रदेश में एडवांस प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया है.

प्रदेश के सभी जिलों में बनाए जाएंगे कोविड केयर सेंटर्स

इसी के मद्देनजर आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी जिलों में आवश्यकता के अनुसार 500 या 1 हजार बेड की क्षमता वाले कोविड केयर सेंटर बनाए जाएंगे. चिकित्सा मंत्री ने बताया कि इन दिनों लगभग 70 प्रतिशत पॉजीटिव केसेज में या तो हल्के लक्षण या लक्षण ही नहीं पाए जा रहे हैं. ऐसे केसेज की देखभाल के लिए प्रत्येक जिले में कोविड केयर सेंटर बनाए जाएंगे.

इस बारे में विस्तृत गाइड लाइन भी जारी कर दी गई है. उन्होंने बताया कि शुरुआत 30 हजार बेड्स से की जाएगी और फिर जरूरत के अनुसार इसे 50 हजार बेड तक पहुंचाया जा सकता है. डॉ. शर्मा ने बताया कि सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर का चयन और प्रबंधन का जिम्‍मा संबंधित जिला कलेक्‍टर को दिया गया है. कलेक्टर की ओर से समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें जिला कलेक्टर, चिकित्सा विभाग, लेखा शाखा, नगर निगम या नगर पालिका या पंचायत समिति का प्रतिनिधि शामिल होगा. यह समिति सेंटर से जुड़े तमाम कार्यों का संपादन करेगी.

पढ़ें: किसानों से जुड़ा बड़ा फैसला: कृषि उपज की खरीद-बिक्री पर लगेगा कृषक कल्याण शुल्क...

उन्होंने बताया कि सेंटर का चयन आबादी से दूर किया जाएगा और वहां सभी आवश्यक सुविधाएं मसलन भोजन, बिजली, पानी, पंखे-कूलर, वाटर कूलर आदि की व्यवस्था भी की जाएगी. जिससे कि मरीज को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. सेंटर पर व्यक्तियों के प्रवेश और निकास के लिए एक ही एंट्री गेट रखा जाएगा, ताकि संपूर्ण व्यवस्था पर निगरानी रखी जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.

डॉ. शर्मा ने बताया कि सेंटर्स पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. जिससे कि हर जगह की निगरानी की जा सके. इसके अलावा माइकिंग की भी व्यवस्था की जाएगी. इन सभी सेंटर्स पर चिकित्सक कक्ष, सैंपल कलेक्शन, दवा स्टोर, चिकित्सकों के चेंजिंग रूम (डॉनिंग एंड डोफिंग रूम) की भी व्यवस्था की जाएगी. जिससे मरीज को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े. ये सभी सेंटरों पर विषय विशेषज्ञों से जरूरत पड़ने पर टेली कंसलटेंसी के जरिए भी इलाज किया जा सकेगा.

पढ़ें: लॉकडाउन के दौरान भाजपा नेताओं पर दर्ज मुकदमों पर कोर्ट से मिली राहत, पूनिया ने सरकार पर लगाया आरोप

दिया जाएगा प्रशिक्षण

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सभी सेंटर्स पर व्हील चेयर, ट्रॉली और रोगियों को तनाव मुक्त करने के लिए टेलीविजन या म्यूजिक की भी व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने बताया कि सेंटर पर काम करने वाले लोगों को पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मरीजों का ठीक से उपचार कर सकें. केयर सेंटर जिले के डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर और डेडिकेटेड अस्पताल से भी पूरी तरह लिंक रहेगा. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले अप्रवासी राजस्थानियों और श्रमिकों को भी यहां निश्चित समयावधि में आइसोलशन में रखा जा सकता है.

जयपुर. कोरोना पॉजिटिव या संदिग्ध मरीजों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में अलग से कोविड केयर सेंटर बनाए जाएंगे. मामले को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कोविड संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए प्रदेश में एडवांस प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया है.

प्रदेश के सभी जिलों में बनाए जाएंगे कोविड केयर सेंटर्स

इसी के मद्देनजर आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी जिलों में आवश्यकता के अनुसार 500 या 1 हजार बेड की क्षमता वाले कोविड केयर सेंटर बनाए जाएंगे. चिकित्सा मंत्री ने बताया कि इन दिनों लगभग 70 प्रतिशत पॉजीटिव केसेज में या तो हल्के लक्षण या लक्षण ही नहीं पाए जा रहे हैं. ऐसे केसेज की देखभाल के लिए प्रत्येक जिले में कोविड केयर सेंटर बनाए जाएंगे.

इस बारे में विस्तृत गाइड लाइन भी जारी कर दी गई है. उन्होंने बताया कि शुरुआत 30 हजार बेड्स से की जाएगी और फिर जरूरत के अनुसार इसे 50 हजार बेड तक पहुंचाया जा सकता है. डॉ. शर्मा ने बताया कि सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर का चयन और प्रबंधन का जिम्‍मा संबंधित जिला कलेक्‍टर को दिया गया है. कलेक्टर की ओर से समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें जिला कलेक्टर, चिकित्सा विभाग, लेखा शाखा, नगर निगम या नगर पालिका या पंचायत समिति का प्रतिनिधि शामिल होगा. यह समिति सेंटर से जुड़े तमाम कार्यों का संपादन करेगी.

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उन्होंने बताया कि सेंटर का चयन आबादी से दूर किया जाएगा और वहां सभी आवश्यक सुविधाएं मसलन भोजन, बिजली, पानी, पंखे-कूलर, वाटर कूलर आदि की व्यवस्था भी की जाएगी. जिससे कि मरीज को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. सेंटर पर व्यक्तियों के प्रवेश और निकास के लिए एक ही एंट्री गेट रखा जाएगा, ताकि संपूर्ण व्यवस्था पर निगरानी रखी जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.

डॉ. शर्मा ने बताया कि सेंटर्स पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. जिससे कि हर जगह की निगरानी की जा सके. इसके अलावा माइकिंग की भी व्यवस्था की जाएगी. इन सभी सेंटर्स पर चिकित्सक कक्ष, सैंपल कलेक्शन, दवा स्टोर, चिकित्सकों के चेंजिंग रूम (डॉनिंग एंड डोफिंग रूम) की भी व्यवस्था की जाएगी. जिससे मरीज को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े. ये सभी सेंटरों पर विषय विशेषज्ञों से जरूरत पड़ने पर टेली कंसलटेंसी के जरिए भी इलाज किया जा सकेगा.

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दिया जाएगा प्रशिक्षण

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सभी सेंटर्स पर व्हील चेयर, ट्रॉली और रोगियों को तनाव मुक्त करने के लिए टेलीविजन या म्यूजिक की भी व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने बताया कि सेंटर पर काम करने वाले लोगों को पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मरीजों का ठीक से उपचार कर सकें. केयर सेंटर जिले के डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर और डेडिकेटेड अस्पताल से भी पूरी तरह लिंक रहेगा. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले अप्रवासी राजस्थानियों और श्रमिकों को भी यहां निश्चित समयावधि में आइसोलशन में रखा जा सकता है.

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