जयपुर. प्रदेश के 196 नगरीय निकायों के करीब 60 हजार फ्रंटलाइन वर्कर्स वैक्सीनेशन का इंतजार कर रहे थे. उनका इंतजार शुक्रवार को खत्म हुआ. हालांकि शुरुआत में कर्मचारियों की आईडी को लेकर समस्या सामने आई. वहीं कुछ सेंटर्स पर डाटा मिसमैच की समस्या भी देखने को मिली. जबकि सभी निकायों के वर्कर्स का डाटा पोर्टल पर पहले ही उपलब्ध करा दिया गया था.
कोरोना काल में दिन-रात काम करने वाले नगरीय निकायों के फ्रंट लाइन वर्कर्स के शुक्रवार को कोरोना वैक्सीनेशन का दौर शुरू हुआ. जिसमें कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर उत्साह के साथ हिस्सा लिया. हालांकि कुछ कर्मचारियों में भ्रांतियों के कारण डर था, जिनकी काउंसलिंग कर वैक्सीनेशन किया गया.
हवामहल जोन कार्यालय पर मौजूद डॉ वर्षा सक्सेना ने बताया कि एक टीम एक बार में 100 व्यक्तियों के कोरोना वैक्सीनेशन लगाएगी. फ्रंटलाइन वर्कर्स के कोवैक्सीन वैक्सीनेशन लगाई जा रही है. एक महीने बाद दूसरी डोज लगाई जाएगी. ये वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है.
उन्होंने बताया कि कुछ लोग जो घबरा रहे हैं, उनकी काउंसलिंग कर मोटिवेट किया जा रहा है. और जो व्यक्ति डायबिटीज, बीपी, कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित है, या किसी तरह की रेडियोथैरेपी ले रहा है. ऐसे लोगों को वैक्सीनेशन के लिए मना किया जा रहा है.
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डीएलबी डायरेक्टर दीपक नंदी ने ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में बनाए गए विभिन्न वैक्सीनेशन सेंटर का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि डाटा वेरीफिकेशन और आईडी को लेकर कुछ समस्याएं आ रही थी. जिसे मेडिकल डिपार्टमेंट से बात करने के बाद दूर कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे राजस्थान में वैक्सीनेशन के इस ड्राइव में नगरीय निकाय भी बढ़-चढ़कर के हिस्सा ले रहे हैं. कोरोना काल में हेल्थ वर्कर्स के बाद निकायों के फ्रंटलाइन वर्कर ने ही सबसे बड़ा काम किया. उनमें भी वैक्सीनेशन को लेकर के उत्साह है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को अधिकतम वैक्सीनेशन कर लिया जाएगा. किसी भी कारण से कोई वर्कर छूटता है, उनके लिए दोबारा भी वैक्सीनेशन कैंप लगाने का प्रावधान है.
बहरहाल, ग्रेटर, हेरिटेज नगर निगम सहित प्रदेश के सभी निकायों में फ्रंट लाइन वर्कर्स के वैक्सीन लगाया जा रहा है. कुछ में उत्साह भी है कुछ में डर भी है. जिसके लिए जागरूक भी किया जा रहा है.