जयपुर. कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave of corona) में डेल्टा (Delta) की वजह से विनाशकारी कहर बरपा है. दिल्ली से आई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने डेल्टा पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह बहुत घातक है. जो नया डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) सामने आया है उसकी रिपोर्ट बुधवार रात को दिल्ली से आई है. कोरोना की दूसरी लहर ने जो कहर बरपाया वो भी डेल्टा की वजह से ही था.
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सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कहा कि दिल्ली से जो रिपोर्ट आई है, उसमें सामने आया है कि देश में कोरोना के डेल्टा (B.1.617.2) वैरिएंट ने दूसरी लहर में कहर बरपाया है. इसके चलते देश में एक दिन में 4 लाख से ज्यादा कोरोना (Corona) के मामले सामने आए. ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर के लिए देश में तेजी से फैलने वाले डेल्टा (Delta) को ही काफी हद तक जिम्मेदार माना जा रहा है.
गहलोत ने राजस्थान (Rajasthan) में इसका बड़ा असर देखा गया. दूसरी लहर में जिस तरह से कोरोना (Corona Pandemic) के गंभीर मामले तेजी से सामने आए और हाई लेवल (High Level) पर ऑक्सीजन (Oxygen) की जरूरत महसूस की गई, यह सब डेल्टा की वजह से था. उन्होंने कहा कि इससे खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. जनता को यह समझना पड़ेगा कि जब तक पूरी तरह से वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) नहीं हो जाए तब तक कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) की पालना करें.
सीएम गहलोत ने कहा कि चिंता इस बात की है कि जो नया वैरिएंट डेल्टा (Delta) के रूप में सामने आया है वो वैक्सीन (Corona Vaccine) को भी बायपास नहीं कर जाए. उन्होंने कहा कि कई देशो में इसके घातक परिणामों को देखते हुए लॉकडाउन (Lockdown) जो खोल दिया गया था, उसे वापस लागू कर दिया है.
राजस्थान में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों (Corona Cases in Rajasthan) में आई कमी की वजह से कुछ छूट दी गई है. अभी 14 दिन तक इस माहौल को देखने के बाद अगर आंकड़े कम होते हैं तो छूट का दायरा और बढ़ा दिया जाएगा. लेकिन, जिस तरह से डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) का असर दिख रहा है राजस्थान में कई मामले सामने आ चुके हैं तो हमें इसकी गंभीरता देखते हुए काम करना होगा.
क्या है डेल्टा...
देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर (Second Wave of Corona) ने कहर बरपाया है. इस दौरान कोरोना के मरीजों (Corona Patients) में कई तरह के अलग साइड इफेक्ट दिखाई पड़ रहे हैं. ऐसे में अब डॉक्टर कोरोना के डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) के खतरे को और जानने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के लिए देश में तेजी से फैलने वाले डेल्टा को ही काफी हद तक जिम्मेदार माना जा रहा है. इसमें कोरोना वायरस (Corona Virus) के डेल्टा (B.1.617.2) और बीटा (B.1.351) वैरिएंट सबसे अधिक संक्रामक साबित हुए हैं.
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डॉक्टरों की मानें तो सुनने में दिक्कत, गंभीर गैस्ट्रिक बीमारी, ब्लड के थक्के और गैंगरीन समेत कई ऐसे लक्षण हैं, जो कि कोरोना मरीजों में पहले नहीं दिखाई दिए. ऐसे में इसे देश के डॉक्टरों की ओर से तथाकथित डेल्टा वैरिएंट से जोड़ा गया है. डेल्टा, जिसे (B.1.617.2) के नाम से भी जाना जाता है. पिछले छह महीनों में 60 से अधिक देशों में यह फैल गया है और ऑस्ट्रेलिया से लेकर अमेरिका तक ने यात्रा प्रतिबंधों को और कड़ा किया है. वहीं, यूके को इस महीने के आखिर में फिर से खोलने की अपनी योजनाओं पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर किया है.
फरवरी के बाद से ब्रिटेन में संक्रमण के सर्वाधिक मामले आए
ब्रिटेन (Britain) में फरवरी के बाद से कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के सर्वाधिक दैनिक मामले सामने आए हैं, जो यह दिखाता है कि संक्रमण का डेल्टा स्वरूप (वैरिएंट) देश में तेजी से फैल रहा है. सरकारी आंकड़ों में बुधवार को बताया गया कि ब्रिटेन में संक्रमण के 7540 नए मामले सामने आए, जो 26 फरवरी के बाद से सर्वाधिक दैनिक नए मामले हैं. डेल्टा स्वरूप के संक्रमण के कारण पिछले कुछ सप्ताह से ब्रिटेन में दैनिक मामले बढ़ रहे हैं. देश में संक्रमण के कारण 1,27,860 लोगों की मौत हो चुकी है.
डेल्टा वैरिएंट 'नया दुश्मन'
देश भर में मरीजों का इलाज कर रहे 6 डॉक्टरों के अनुसार, पेट दर्द, मितली, उल्टी, भूख न लगना, सुनने की क्षमता और जोड़ों में दर्द उन बीमारियों में शामिल हैं, जिनका कोविड रोगी (COVID) सामना कर रहे हैं. पिछले महीने न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय (University of New South Wales) के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए एक रिसर्च (Research) के अनुसार, बीटा और गामा वैरिएंट (Beta and Gamma variant) पहली बार क्रमशः दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पाए गए थे.
चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
भारत में पिछले साल 10.3 मिलियन की तुलना में 2021 में अब तक 18.6 मिलियन कोविड मामले (COVID Cases) दर्ज किए हैं. भारत सरकार के एक पैनल की ओर से हाल ही में की गई एक स्टडी के अनुसार डेल्टा वैरिएंट देश की घातक दूसरी लहर के पीछे 'पहला कारण' था और यूके में पहली बार देखे गए अल्फा स्ट्रेन (Alpha Strain) की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक संक्रामक है.
देश में लगातार दूसरे दिन 1 लाख से कम केस
देश में बुधवार को एक दिन में कोविड-19 (COVID-19) के 92,596 नए मामले आए. यह लगातार दूसरा दिन है जब एक लाख से कम नए मामले सामने आए हैं. देश में संक्रमण से 3,59,676 लोगों की मौत हुई है.