जयपुर. राजधानी में चल रही कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में एक फर्जी अभ्यर्थी के शामिल होने का मामला सामने आया है. इस दौरान बायोमैट्रिक सिस्टम होने के बावजूद फर्जी अभ्यर्थी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की शारीरिक दक्षता और मापतोल परीक्षा में शामिल हो गया. वहीं, 7 अप्रैल को आरपीए में परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी पहुंचा था. बायोमेट्रिक मिलान नहीं होने पर ऑफलाइन तरीके से अभ्यर्थी को शामिल कर लिया गया.
आवेदन पत्र पर फर्जी अभ्यर्थी रघुवीर सिंह की फोटो लगी हुई थी जो कि टीसीएस कंपनी के रिकॉर्ड से मिलान नहीं हुई. आवेदन पत्र पर लगी फर्जी अभ्यर्थी रघुवीर सिंह की फोटो से मामले का खुलासा हुआ. इसके साथ ही 10 अप्रैल को जांच में टीसीएस कंपनी के रिकॉर्ड से मिलान नहीं हुआ. इसके बाद पूछताछ में आरोपी ने फर्जी तरीके से परीक्षा में शामिल होना कबूल किया.
डीसीपी हेडक्वार्टर अमृता दुहान ने फर्जी तरीके से अभ्यर्थी बनकर कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में शामिल होने का मामला दर्ज करवाया है. जयपुर के शास्त्री नगर थाने में जोधपुर निवासी रघुवीर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. मामले की जांच पड़ताल सब इंस्पेक्टर प्रभु सिंह कर रहे हैं. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में इस तरह से फर्जी अभ्यर्थी के घुसने से सिस्टम की भी पोल खोलती हुई नजर आ रही है. साथ ही फर्जी अभ्यर्थी के पकड़े जाने के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से सख्ती बढ़ा दी गई है.
भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की गहनता से जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि किसी भी तरह से फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके. बायोमैट्रिक सिस्टम से अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है. इसके साथ ही डीसीपी हेडक्वार्टर समेत पुलिस के आला अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.