जयपुर. प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों का चुनाव परिणाम आ गया है. इसमें कांग्रेस ने 2 सीटों पर जबकि भाजपा ने 1 सीट पर अपना कब्जा जमाया है. कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी ने इन चुनावों में जीत हासिल की. जबकि भाजपा के राजेंद्र गहलोत ये चुनाव जीते और ओंकार सिंह लखावत को हार का मुंह देखना पड़ा. खास बात ये रही कि इस चुनाव में भाजपा का एक वोट खारिज हो गया है, लेकिन गलती करने वाले विधायक का नाम भाजपा नेता छुपाते नजर आए.
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि चुनाव परिणाम में कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल को प्रथम वरीयता के 64 वोट मिले. जबकि नीरज डांगी को प्रथम वरीयता के 59 मत मिले. मतलब कांग्रेस ने जितने वोटों का दावा किया था, वह सब उन्हें मिले. हालांकि, कांग्रेस के मास्टर भंवर लाल मेघवाल और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के गिरधारी महिया इन चुनावों में अस्वस्थ होने के चलते वोट डालने नहीं आ पाए. बता दें कि कांग्रेस ने 125 विधायकों के समर्थन का दावा किया था.
इन चुनावों में भाजपा के राजेंद्र गहलोत को प्रथम वरीयता के 54 वोट मिले. जबकि दूसरे प्रत्याशी ओंकार सिंह लखावत को प्रथम वरीयता के महज 20 वोट ही मिले. जबकि मिलना 21 वोट था. मतलब एक वोट खारिज हो गया. इस तरह भाजपा के दोनों प्रत्याशियों को महज 74 वोट ही मिले. जबकि बीजेपी के 72 विधायक और 3 विधायक आरएलपी के थे. ऐसे में भाजपा के पास 75 विधायकों का समर्थन था, लेकिन वोट 74 ही मिले.
वहीं, चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दोनों ही विजयी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं दी और साथ ही कहा कि ये जीत राहुल गांधी और सोनिया गांधी के नेतृत्व में विधायकों की एकजुटता से हुई है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की नीतियां भाजपा ने अपनाई वह इन चुनावों में साकार नहीं हो पाई और जीत कांग्रेस की हुई. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस जीत को राहुल गांधी के 50वें जन्मदिन की जीत का तोहफा बताया और कहा यह प्रजातंत्र की जीत और षड्यंत्र तंत्र की हार है.