जयपुर. 28 दिसंबर को कांग्रेस अपना 136वां स्थापना दिवस मनाने जा रही है. इस मौके पर राजस्थान में पार्टी ने किसान संवाद कार्यक्रम करने का एलान किया है. यह कार्यक्रम केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में किया जाएगा. इस कार्यक्रम के तहत कांग्रेस पार्टी के मंत्री, विधायक और दूसरे नेता घर-घर जाकर लोगों को कृषि कानूनों के बारे में जानकारी देंगे.
इस कार्यक्रम में अब सभी मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर किसानों से संवाद करने की जिम्मेदारी दी गई है. कांग्रेस के विधायकों और नेताओं के किसानों के संवाद को 'जय जवान जय किसान' का नाम दिया गया है. इस कार्यक्रम के तहत किसानों के साथ होने वाले संवाद में मंत्री किसानों के हित में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में जो फैसले लिए गए थे उनके बारे में अवगत कराएंगे.
बताया जा रहा है कि संवाद के दौरान कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली और राजस्थान, हरियाणा बॉर्डर पर चल रहे किसानों आंदोलन में लोगों से समर्थन और वहां जुटने की अपील भी करेंगे. गौरतलब है कि पहले से ही सेवा दल ने 28 दिसंबर से किसान संघर्ष यात्रा शुरू करने का भी एलान कर दिया है, जो 11 जनवरी तक 15 से ज्यादा जिलों में जाकर भामाशाह से किसानों के लिए खाद्य सामग्री और अन्य जरूरत के सामान इकट्ठा करेगी, जिन्हें किसान आंदोलन में पहुंचाया जाएगा.
कांग्रेस ने कृषि कानूनों के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान भी चला रखा था. उसमें भी राजस्थान के 10 लाख से ज्यादा किसानों ने अपने हस्ताक्षर कर कांग्रेस को सौंपे थे. ऐसे में पार्टी अब दोबारा एक नए अभियान के साथ किसानों को अपने साथ जोड़ना चाहती है और इस अभियान के जरिए जन जागरण कर इन तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ जनता को जानकारी देने जाएगी.