जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा था कि राज्यपाल संवैधानिक संस्था है और उन्हें इस पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए. अगर राजस्थान में ऐसा नहीं होता है तो जनता राजभवन का घेराव कर सकती है. उस समय जब इस बयान का विरोध हुआ तो मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह केवल एक राजनीतिक बयान है लेकिन किसी ने सोचा नहीं था कि कांग्रेस पार्टी की ओर से सही में ऐसा किया जा सकता है.
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Following this, the PCCs will hold protests in front of Raj Bhavans across the country against this naked murder of democracy & subverting institutions on Monday, the 27th of July, 2020.
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Join this mass movement to save our democracy & Constitution.
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— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) July 25, 2020
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बताते चलें कि अब जनता तो नहीं लेकिन देशभर में कांग्रेसी राजभवन का घेराव करेंगे. दरअसल कांग्रेस पार्टी के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने एक TWEET कर यह जानकारी दी है कि भाजपा जिस तरीके से चुनी हुई सरकारों को गिराने के षड़यंत्र रच रही है. वह देश में लोकतंत्र की हत्या करने का एक तरीका है. इसके विरोध में देश भर की प्रदेश कांग्रेस कमेटियों की ओर से हर प्रदेश के राजभवन का घेराव किया जाएगा.
इससे पहले 26 जुलाई को कांग्रेस पार्टी की ओर से पूरे देश में "स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी" ऑनलाइन अभियान चलाया जाएगा. पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से होने वाले इस प्रदर्शन से एक बात साफ हो गई है कि केसी वेणुगोपाल ने यह TWEET राजस्थान में चल रहे राजभवन और सरकार के टकराव के बाद किया है और इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजस्थान में सरकार और राजभवन के बीच टकराव और गतिरोध बढ़ गया है.