जयपुर. राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय हो या जिला मुख्यालय सभी एक समान एक रूप में बनेंगे. एआईसीसी के कोषाध्यक्ष पवन बंसल आज मंगलवार को जयपुर पहुंचे. राजस्थान में कहां कांग्रेस पार्टी की प्रॉपर्टी है और उस के क्या हालात हैं. इसकी जानकारी लेने के लिए खुद पवन बंसल जयपुर पहुंचे और उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से इसकी जानकारी भी ली. पवन बंसल ने मीडिया से बात कर रहे थे तभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पहुंच गए. हालांकि मुख्यमंत्री ने किसी तरीके का बयान नहीं दिया.
अशोक गहलोत अपने साथ पवन बंसल को लेकर मुख्यमंत्री आवास रवाना हो गए. पवन बंसल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कि कांग्रेस की प्रॉपर्टी अलग-अलग प्रदेशों में कहां-कहां है, उसका डेटा कलेक्ट किया जा रहा है. बंसल ने कहा कि हम सभी प्रदेश अध्यक्षों के साथ बैठकर चर्चा करके गंभीरता से देखना चाहते हैं कि हमारे स्टेट कैपिटल, जिलों में और ब्लॉक में कहां-कहां पुरानी प्रॉपर्टी है.
उन्होंने कहा कि लंबे समय से लोग कांग्रेस पार्टी को अपनी प्रॉपर्टी देते आए हैं. उनमें से कुछ के रिकॉर्ड तो पार्टी के पास हैं लेकिन कुछ के नहीं. इसके चलते पार्टी की कई प्रॉपर्टियों पर अतिक्रमण भी हो रखा है. जिसके केस कोर्ट में चल रहे हैं. ऐसे में एक कमेटी पहले से बनी हुई है जो कांग्रेस की प्रॉपर्टी को रिकवर ओर रिस्टोर करने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस के कार्यालय जिला और ब्लॉक स्तर पर बनें और हमें यह भी पता रहे की पार्टी की प्रॉपर्टी किसके कब्जे में हैं. उस पर कोई हाउस टैक्स या कोई पेंडेंसी तो नहीं है या उनके टाइटल में कोई गड़बड़ तो नहीं है.
पवन बंसल ने कहा कि हमारे कार्यालय भाजपा की तरह सेवन स्टार डीलक्स तो नहीं होंगे लेकिन अच्छे दफ्तर बनें ओर एक डिजाइन के ऑफिस बने यह प्रयास रहेगा. बंसल ने कहा कि अभी राजस्थान की प्रॉपर्टी की डिटेल इकट्ठा की जा रही है लेकिन कई राज्यों जिनमें तमिलनाडु में सवा सौ प्रॉपर्टी, नागालैंड में एक प्रॉपर्टी ओर गुजरात में 60 से 70 प्रॉपर्टी की डिटेल कांग्रेस पार्टी को मिल चुकी हैं.
बजट पर बंसल ने क्या कहा
पवन बंसल ने आम बजट पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अक्सर मुद्दों को राष्ट्र के साथ जोड़ देती है जैसे कि एक राष्ट्र एक चुनाव. लेकिन इस बार जो बजट पेश किया गया है उसमें एक राष्ट्र की छवि बनाने का प्रयास फेल हुआ है. क्योंकि बजट में उन राज्यों पर ध्यान दिया गया है जहां चुनाव हैं. राजस्थान जैसे राज्यों के लिए बजट में कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि जब बिहार में चुनाव थे तो भाजपा ने फ्री वैक्सीन देने की बात कही थी. लेकिन अब उस पर कोई चर्चा नहीं हो रही.