जयपुर. राज्यसभा चुनावों की नामांकन प्रक्रिया के साथ ही प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने लगा (Battle for Rajyasabha 2022) है. अंकों का खेल रोमांचक हो चला है. सत्ताधारी दल कांग्रेस की नजर बहुमत के आधार पर 4 में से 3 सीटों पर है. भले ही कांग्रेस पार्टी का अपने बहुमत के आधार पर दो राज्यसभा सीटों पर ही क्लेम बनता है, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस पार्टी को निर्दलीय और अन्य पार्टियों का समर्थन जुटा रही है उससे लगता है कांग्रेस पार्टी तीसरी सीट पर भी जीत दर्ज कर सकती है. इस गुणा भाग के साथ ही राजस्थान से सम्भावित उम्मीदवारों के नाम भी सामने (Rajasthan Congress probables for RS) आने लगे हैं.
ये हैं सम्भावित उम्मीदवार: बहुमत के आधार पर सर्वाधिक 3 सीटें कांग्रेस पार्टी को राजस्थान में ही मिल सकती हैं. ऐसे में माना जा रहा है की राजस्थान से राज्यसभा में दो नेता तो दिल्ली के कोटे में राज्यसभा पहुंचेंगे और एक नेता राजस्थान का होगा. जो नेता दिल्ली के कोटे से राज्यसभा में जा सकते हैं उनमें प्रियंका गांधी, अंबिका सोनी, गुलाम नबी आजाद ,अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला,जयराम रमेश और आनंद शर्मा शामिल हैं. इनमें भी प्रियंका गांधी, अंबिका सोनी, गुलाम नबी आजाद और अजय माकन सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. राजस्थान से राज्यसभा में जाने वाले सम्भावित नेताओं में भंवर जितेंद्र, रघुवीर मीणा, दुरु मियां, दिनेश खोड़निया और वर्तमान डीजीपी एम एल लाठर का नाम सामने आ रहा है. हालांकि दिनेश खोड़निया के खिलाफ जिस तरह कांग्रेस के ही आदिवासी बेल्ट के विधायकों ने और लाठर के खिलाफ दिव्या मदेरणा और गिर्राज मलिंगा ने आवाज उठाई है तो संशय इन दोनों नाम को लेकर है. सूत्रों की मानें तो राजस्थान से कोई चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है.
क्या है राज्यसभा तक पहुंचने का फॉर्मूला: राज्यसभा चुनाव (Rajyasabha Chunav 2022) में वोटों की गणित का एक फार्मूला काम करता है. जिसके अनुसार विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या में जितनी सीटें खाली होती है, उनमें एक जोड़ा जाता है. उसके बाद आने वाले टोटल में भी एक जोड़ दिया जाता है और जो संख्या प्राप्त होती है वही एक सीट के लिए जरूरी मतों की संख्या होती है. यानी राजस्थान में एक राज्य सभा सीट को जीतने के लिए पार्टी को 41 वोट चाहिए. राजस्थान में कांग्रेस के 108, भाजपा के 71, निर्दलीय 13, आरएलपी के 3, बीटीपी के 2, माकपा के 2 और आरएलडी का 1 विधायक हैं. कुल विधायकों की संख्या / राज्यसभी सीटों की संख्या+1=कुल+1. चूंकि राजस्थान में 4 सीटों हैं, इस हिसाब से 200/4+1=40+1. यानी राजस्थान में एक राज्य सभा सीट को जीतने के लिए पार्टी को 41 वोट चाहिए
कांग्रेस को चाहिए 123: एक सीट पर राज्यसभा सांसद (Battle for Rajyasabha 2022) बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी को 41 वोटों की दरकार है. 3 सीटों के लिए पार्टी को 123 वोटों की जरूरत होगी. उनके खुद के 108 विधायक हैं. इससे स्पष्ट है कि 2 सीट तो कांग्रेस आसानी से अपने दम पर ही हासिल कर लेगी. तीसरी सीट के लिए उसे 13 निर्दलीयों,2 बीटीपी और 1 आरएलडी के समर्थन की जरूरत होगी जो मिलना लगभग तय है. दूसरी ओर पूरी संभावना है कि कम्युनिस्ट पार्टी के 2 विधायक या तो कांग्रेस को वोट करेंगे या फिर वह मतदान प्रक्रिया को बायकॉट करेंगे. ऐसे में इसका फायदा भी कांग्रेस पार्टी को ही मिलना तय है.
भाजपा की दिक्कत ये!: भारतीय जनता पार्टी के पास अभी 71 विधायक हैं. अपने दम पर भारतीय जनता पार्टी 1 राज्यसभा सीट आसानी से अपने कब्जे में कर लेगी लेकिन दूसरी सीट के लिए भाजपा के पास 30 वोट ही बचेंगे. उसे भी 11 वोट की दरकार होगी. अगर भारतीय जनता पार्टी निर्दलीय या अन्य पार्टियों के विधायकों में सेंध लगा लेगी तभी भाजपा दूसरी सीट पर कमल खिला सकेगी. हालांकि वर्तमान परिस्थिति में ये काफी मुश्किल दिखाई दे रहा है.
आज से शुरू होगी प्रक्रिया: आज से शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया 31 मई तक (Nomination for Rajyasabha Seats In Rajasthan) चलेगी. 28 और 29 मई को अवकाश के चलते नामांकन नहीं लिए जाएंगे. 3 जून तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. अगर चुनाव में 4 से ज्यादा उम्मीदवार उतरे तो 10 जून को सुबह 9 बजे से 4 बजे तक मतदान होगा और उसी दिन शाम 5 बजे मतगणना कर नतीजे जारी कर दिए जाएंगे.