जयपुर. लॉकडाउन के चलते फंसे मजदूरों को अब स्पेशल ट्रेनों के जरिए उनके घर भेजा जा रहा है. हालांकि प्रवासी मजदूरों से ट्रेनों का किराया वसूल किया जा रहा है. जिससे महीनों से बेरोजगार श्रमिकों के सामने टिकट के पैसों का इंतजाम एक बड़ी समस्या बन गया है.
मजदूरों की इसी पीड़ा को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने एक बड़ा फैसला लिया है. कांग्रेस ने तय किया है कि ट्रेनों के जरिए अपने-अपने घर जा रहे मजदूरों के टिकट का खर्च अब कांग्रेस पार्टी वहन करेगी. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसके लिए प्रदेश की सभी इकाइयों को निर्देश भी जारी किए हैं.
साथ ही सभी राज्यों को चिट्ठी लिखते हुए, एक अपील भी जारी की है. सोनिया गांधी ने अपनी चिट्ठी में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए, कहा कि श्रमिक और कामगार राष्ट्र निर्माण के अग्रदूत हैं. जब हम विदेशों में फंसे भारतीयों को अपना फर्ज समझकर हवाई जहाजों से निःशुल्क ला सकते हैं. जब रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री के कोविड-19 फंड में 151 करोड़ रुपए दे सकता है, तो फिर तरक्की के इन ध्वजवाहकों को आपदा की घड़ी में निःशुल्क रेल यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकते हैं?
पढ़ें: EXCLUSIVE: राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट की ईटीवी भारत से विशेष बातचीत
सोनिया गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि हमनें कामगारों की समस्या को लेकर रेल मंत्रालय के सामने यह सवाल भी उठाया. लेकिन हमारी मांग को अनसुना कर दिया गया. इसलिए अखिल भारतीय कांग्रेस ने यह फैसला लिया है कि मजदूरों और कामगारों के रेल किराए का खर्च कांग्रेस पार्टी वहन करेगी.
सोनिया गांधी की चिट्ठी जारी होने के तुरंत बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने भी सभी राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों को निर्देश जारी किए हैं कि वह इस पर तुरंत अमल किया जाए. राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देशों के बाद राजस्थान में भी इसके निर्देश जारी होंगे. हालांकि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार है, लेकिन क्योंकि यह निर्देश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों को जारी हुए हैं, तो ऐसे में कांग्रेस पार्टी ही इस खर्च को वहन करेगी.