जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों की रणनीति बन रही है. सत्ताधारी दल कांग्रेस ने अपने विधायकों को किसी भी तरीके की खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए अब एक जगह रिजॉर्ट पर ले जाने का निर्णय कर लिया है. यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि राज्यसभा की दो सीटों में किसी तरीके का कोई उलटफेर या खरीद-फरोख्त ना हो.
हालांकि, कांग्रेस के पास दो सीटें जीतने के लिए नंबर पूरे हैं लेकिन जो हालात मध्यप्रदेश में हुए उसे देखते हुए राजस्थान में कांग्रेस किसी तरीके का रिस्क नहीं लेना चाहती. सिर्फ खरीद-फरोख्त ही नहीं, बल्कि एक ऐसा मुद्दा और भी है जिसे लेकर कांग्रेस चिंतित है और चुनाव आयोग से मांग भी कर रही है. वह मांग है राज्यसभा चुनाव में इस्तेमाल होने वाले पेन का.
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दरअसल, राजस्थान में कांग्रेस पार्टी का मानना है कि जिस तरीके से पांच साल पहले हरियाणा के चुनाव में पेन की अदला-बदली कर राज्यसभा चुनाव को प्रभावित किया गया था. वैसा ही कहीं राजस्थान में ना हो जाए. ऐसे में राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा है कि इन चुनावों में हर विधायक को अलग पेन दे दिया जाएं, ताकि किसी तरीके के कोई गलती ना हो सके.
मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि एक तो देश में कोरोना संक्रमण चल रहा है. ऐसे में एक ही पेन को अगर कोई दूसरा विधायक इस्तेमाल करता है और गलती से किसी विधायक को कोरोना संक्रमण हुआ तो यह संक्रमण दूसरों में भी हो सकता है. वहीं, जिस तरीके से हरियाणा में पेन बदलकर चुनाव प्रभावित किया गया, उस तरीके से कोई तकनीकी गलती इन चुनाव में ना हो. इसके लिए उन्होंने यह मांग रखी है कि सब विधायकों को अलग पेन दिया जाए. उन्होंने कहा कि जो घटना एक बार हरियाणा में हो चुकी है, वह दोबारा भी हो सकती है. ऐसे में हमने यह अपनी बात रखी है. हालांकि चुनाव जैसे भी होगा उन्हें स्वीकार है, लेकिन वो ज्यादा सतर्कता रखेंगे.