जयपुर. राजस्थान में पिछले एक महीने से चल रहे सियासी उठापटक के बीच बुधवार को जैसलमेर से गहलोत समर्थक विधायक जयपुर लौट आए हैं. जयपुर एयरपोर्ट से सभी विधायकों को लग्जरी बसों के जरिए सीधे निजी होटल में भेज दिया गया है. इस बीच खास बात ये है कि अब तक जो विधायक पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों को कोस रहे थे. उनके स्वर आज बदले हुए दिखाई दिए.
विधायकों से जब पूछा गया कि उनके स्वर भी बदले हुए नजर आ रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि अगर आलाकमान बागी विधायकों को माफ कर देता है, तो आलाकमान के इस फैसले को वे स्वीकार करेंगे. विधायकों ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार है और बड़े परिवार में कुछ नाराजगी होती है, जिसे दूर कर लिया गया है और अब किसी तरह का कोई विवाद नहीं बचा है. इस दौरान कुछ विधायकों ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी ने जो साजिश रची थी, वो नाकाम हो गई है.
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मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि पार्टी में अब किसी तरह का कोई असंतोष नहीं है. आलाकमान ने जो फैसला लिया है वह सर्वमान्य है. जैसलमेर से सभी विधायक लौट आए हैं और सभी विधायक विधानसभा सत्र में पूरी एकजुटता के साथ नजर आएंगे.
इस दौरान उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश की जनता ने सरकार का साथ दिया और विश्वास रखा. जनता के विश्वास का नतीजा था कि आज कांग्रेस एकजुट होते हुए सबके सामने दिख रही है. वहीं, बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए जोगिंदर अवाना ने कहा कि कांग्रेस में अब किस तरह की कोई दिक्कत नहीं है. दूर-दूर तक कांग्रेस पूरी एकजुट नजर आ रही है. किसी से कोई नाराजगी नहीं है. हम एक परिवार के सदस्य हैं और परिवार के साथ खड़े हैं.
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महेंद्र सिंह मालवीय ने कहा कि पार्टी में किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं है सब एकजुट हैं और विपक्ष अपने मंसूबों में नाकाम हो गया है. विधायक प्रशांत बैरवा ने कहा कि बड़े परिवार में कई बार कई चीजों को लेकर मतभेद होते हैं, लेकिन उसे दूर कर लिया गया है. अब पार्टी में किसी भी तरह की कोई खटास नहीं है, सभी एकजुट है और यह एकजुटता आने वाले दिनों में विधानसभा सत्र के दौरान भी दिखेगी. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर कहा कि पार्टी आलाकमान ने जो फैसला लिया है, उसका वह एक परिवार के सदस्य होने के नाते सम्मान करते हैं.