जोधपुर. पंचायती राज चुनाव के मैदान में उतरी राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. चुनावी हमलों के बीच इस बार 'भंवरी देवी कांड' भी सुनाई दिया. पंचायती राज चुनाव के तीसरे चरण को लेकर बुधवार को होने वाले मतदान से पहले ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के बीच जुबानी जंग हुई.
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इस जंग में दिव्या ने जहां रालोपा के चुनाव चिह्न को कुएं में डालने की बात कही तो बेनीवाल ने भी 'भंवरी देवी' का नाम लेते हुए मदेरणा परिवार के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसा. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन एक सभा में ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने रालोपा के चुनाव चिह्न को लेकर बेनिवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि मदेरणा साहब कहते थे कि वोट सही जगह पर देना और निशाने पर देना. नहीं तो कुएं में डाल देना.
उन्होंने रालोपा पर निशाना साधते हुए कहा ऐसे लोग न तो कांग्रेस में है न भाजपा में इनका कुछ नहीं है. फिर भी कोई बोतल लेकर नाचता है तो उसे समझा देना की 90 फीट गहरा कुआ है मिलेगा ही नहीं. इस सभा में भंवरी मामले में आरोपी रहे पूर्व विधायक मलखानसिंह विश्नोई, परसराम विश्नोई सहित अन्य नेता मौजूद थे. दिव्या मदेरणा के हमले पर पलटवार करते हुए हनुमान बेनीवाल ने एक सभा में कहा कि 2018 में चुनाव थे तब मैने कुछ लोगों की चिंता कर ली थी. जिसके चलते जाट और विश्नोई समाज के 25 से ज्यादा लोग विधायक बन गए. वे आज मेरे ही खिलाफ बोल रहे हैं.
बेनिवाल ने कहा कि वो आज बोल रहें कि बोतल को गहरे कुएं में डाल दो. यह बोतल भंवरी थोड़ी है जो कुएं में डाल दोगे. भंवरी को तुमने मारकर नहर में फेंक दिया. जब सीबीआई जांच हो रही थी. उस समय दारा एकाउंटर की भी जांच हो रही थी. तब मैं भी सीबीआई अधिकारी मिला मैने वो सभी सीडियां देखी. अगर कोई देख ले तो आज एक साथ मंच पर नहीं बैठ सकते. अब धमका रहे हैं कि गहलोत साहब के खास हैं.
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बेनीवाल ने गहलोत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत 'साहब' ने ही तुम्हे जेल का रास्ता दिखाया उन्हीं के जयकारे लगा रहे हो. दरअसल बेनिवाल का आशय इस बात से था कि रालोपा ने कई जगह पर विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे. जिससे जाट व विश्नोई उम्मीदवारों को फायदा हुआ था. इसमें ओसियां विधानसभा में भी रालोपा ने उम्मीदवार नहीं उतार कर अप्रत्यक्ष रूप से दिव्या का समर्थन किया था. लेकिन आज दिव्या उनके खिलाफ ही बोल रही हैं.