गुरुग्राम/जयपुर: राजस्थान की सियासी हलचल अब गुरुग्राम के मानेसर में दिखने लगी है. बताया जा रहा है कि शनिवार देर रात मानेसर के बेस्ट वेस्टर्न रिजोर्ट कंट्री क्लब होटल में राजस्थान के कुछ विधायकों को लाया गया था और ये सभी विधायक सचिन पायलट समर्थित थे. बड़ी जानकारी आ रही है कि शायद खुद सचिन पायलट इन विधायकों से मिलने इस रिजोर्ट में आ सकते हैं.
होटल के बाहर अभी भी सुरक्षा तैनात है, बकायदा पुलिस का नाका भी लगाया गया है. सुरक्षा में लगे कुछ पुलिसकर्मियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि शनिवार देर रात राजस्थान के कुछ विधायकों को लाया गया था. उच्च अधिकारियों से स्थानीय पुलिस को सुरक्षा कड़ी रखने के आदेश भी दिए गए थे.
आपको बता दें कि इससे पहले खबर थी कि करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायक मानेसर के आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में रुके हुए हैं. सोमवार शाम तक कई बड़े नेता भी इस होटल में पहुंच सकते है. राजस्थान कैबिनेट की बैठक में जो विधायक शामिल नहीं हुए हैं कयास लगाए जा रहे हैं कि वो विधायक गुरुग्राम के इसी आईटीसी हॉटेल में रुके हैं.
क्या हो रहा है राजस्थान की सत्ता में?
बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की जीत के हीरो बने सचिन पायलट ने अब सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है. पायलट के बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच कांग्रेस ने अपने तेवर सख्त कर लिए हैं.
ऐसे में राजस्थान का सियासी संकट गहरा गया है, जो स्थितियां पिछले दो दिनों में बनी हुई हैं, उससे साफ है कि अब सुलह की गुंजाइश नहीं है, बल्कि लड़ाई आरपार की है, सचिन पायलट आगे बढ़ चुके हैं और साफ दिख रहा है कि वे ज्योतिरादित्य सिंधिया की राह पर हैं. राजस्थान के सियासी रण में जारी शह-मात के खेल में पायलट पर गहलोत भारी पड़ते नजर आ रहे हैं.
हालांकि, डेढ़ साल पहले कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने गहलोत को सीएम बनाने का फैसला किया था तो पायलट को पार्टी में एक विक्टिम के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन पार्टी में बगावत की राह अख्तियार कर अब वो विलेन बनते नजर जा रहे हैं.