जयपुर. राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन कांग्रेस ही नहीं बल्कि कांग्रेस समर्थक निर्दलीय विधायकों के साथ भी रायशुमारी कर रहे हैं. बुधवार को 9 घंटे चली रायशुमारी में 66 विधायकों ने अपनी राय प्रभारी अजय माकन के सामने रखी. आज भी अजय माकन की विधायकों से फीडबैक लेने की प्रक्रिया जारी रहेगी, जिसमें 4 संभाग अजमेर, उदयपुर, बीकानेर और जोधपुर के 20 जिलों के विधायकों के साथ संवाद अजय माकन करेंगे. माकन आज 52 विधायकों से फीडबैक लेंगे.
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इस संवाद में निर्दलीय विधायकों को भी शामिल किया गया है और उन निर्दलीय विधायकों से भी यह पूछा जा रहा है कि संगठन में जिला अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष किसे बनाया जाए. ऐसे में कई विधानसभा सीटों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं. यही हालात सिरोही विधानसभा का भी है, जहां से विधायक संयम लोढ़ा निर्दलीय हैं. ऐसे में सिरोही से बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता जयपुर में अजय माकन से मुलाकात करने विधानसभा तक पहुंच गए.
नेताओं का कहना था कि कांग्रेस पार्टी में अगर जिला अध्यक्ष निर्दलीय विधायक से पूछ कर बनाया जाएगा तो उस कांग्रेस कार्यकर्ता का क्या होगा, जिसने कांग्रेस पार्टी का झंडा उठाया और वफादारी से कांग्रेस के लिए काम किया. सिरोही से आए नेताओं ने कहा कि निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने केवल विधानसभा चुनाव में ही कांग्रेस पार्टी की बगावत नहीं की बल्कि जिला प्रमुख और सांसद चुनाव में भी वे बगावत कर चुके हैं, जिसकी शिकायत भी कांग्रेस प्रत्याशियों की ओर से की गई.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा केवल अपने कुछ लोगों को नियुक्तियां दिलवा रहे हैं, जिससे संगठन लगातार कमजोर हो रहा है. ऐसे में इन जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने माकन से मांग रखते हुए कहा कि जिला अध्यक्ष बनाने में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा को प्राथमिकता देने की जगह कांग्रेस राज्यसभा सांसद नीरज डांगी, लोकसभा प्रत्याशी रतन देवासी, पूर्व विधायक और विधानसभा प्रत्याशी लालाराम गरासिया और पूर्व विधायक गंगा बेन गरासिया सहित सिरोही कांग्रेस के वरिष्ठ और जनाधार वाले नेताओं से रायशुमारी करके ही जिला अध्यक्ष की नियुक्ति दें.
बुधवार को सिरोही से आए हुए कार्यकर्ताओं से अजय माकन की मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे अजय माकन से अपनी बात रख कर ही वापस लौटेंगे.