जयपुर. राजस्थान में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना लागू हो चुकी है. इस बीमा योजना में अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके लोगों के लिए 5 लाख तक का इलाज फ्री है, लेकिन इन दिनों एक आम शिकायत राजस्थान में आ रही है कि प्राइवेट हॉस्पिटल इस योजना के तहत इलाज करने से इंकार कर रहे हैं.
हालात यह है कि सिटीजन कॉल सेंटर नंबर 181 पर भी इसकी शिकायतें लगातार आ रही है. अब तक करीब 700 शिकायते 181 पर आई है, जिसे प्ले कर स्थानीय कलेक्टर्स को भी कह दिया गया है, अब इस मामले में कांग्रेस के नेताओं ने भी मुख्यमंत्री से ऐसे अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, जो मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत अपना इंश्योरेंस करा चुके लोगों को इलाज देने से इंकार कर रहे हैं.
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग के संयोजक और अन्यपिछडा वर्ग सर्व समाज संगठन के अध्यक्ष राजेन्द्र सेन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मांग की है कि प्राइवेट हॉस्पिटल इस बीमा योजना में नामांकित मरीजों का इलाज निःशुल्क न करके इलाज के पैसे मांग रहे है, ऐसी सैकड़ों शिकायत आई है. उन्होंने मांग की है कि ऐसे प्राइवेट हॉस्पिटल्स का लाइसेंस सरकार की ओर से रद्द कर देना चाहिए, जो मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना में नामांकित मरीजों का इलाज निःशुल्क नहीं कर रहे और सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे है.
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इससे इस बीमा योजना की विश्वनीयता जनता में बनी रहे और नामांकित मरीज को इसका पूरा लाभ मिल सके. राजेंद्र सेन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस पत्र के माध्यम से धन्यवाद भी दिया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में सामान्य मरीजों के लिये 50 हजार रुपये और गम्भीर मरीजों के लिए 4.50 लाख रुपये निःशुल्क उपचार देय है. यह बीमा योजना प्रदेश की जनता के लिए संजीवनी साबित होगी.