ETV Bharat / city

राजस्थान उपचुनाव: किसान सम्मेलनों के जरिए वोटरों को साधने की तैयारी में कांग्रेस

भीलवाड़ा और चूरू में 27 फरवरी को कांग्रेस की ओर से प्रदेशस्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इसमें सीएम अशोक गहलोत, अजय माकन और गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहेंगे. कांग्रेस पार्टी किसान सम्मेलन के जरिए वोटरों को साधने की तैयारी में जुट गई है.

Kisan Sammelan in Rajasthan on 27 February,  Preparation of Congress for the by election
किसान सम्मेलनों के जरिए वोटरों को साधने की तैयारी में कांग्रेस
author img

By

Published : Feb 22, 2021, 3:43 PM IST

Updated : Feb 22, 2021, 4:26 PM IST

जयपुर. राजस्थान में 4 विधानसभा सुजानगढ़, सहाड़ा, राजसमंद और वल्लभनगर विधायकों के निधन के चलते उपचुनाव होने हैं. इन उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरीके से तैयारी में जुट गई है. इन उपचुनाव में पार्टी की ओर से सभाओं की शुरुआत अनौपचारिक तौर पर 27 फरवरी से होने जा रही है.

किसान सम्मेलनों के जरिए वोटरों को साधने की तैयारी में कांग्रेस

पढ़ें- चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस का किसान सम्मेलन...सीएम गहलोत सहित कई दिग्गज होंगे शामिल, DM-SP ने लिया जायजा

27 फरवरी को चित्तौड़गढ़ के मातृकुंडिया में कांग्रेस पार्टी प्रदेश स्तरीय किसान सम्मेलन करेगी, जिसमें भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर के साथ ही राजसमंद जिलों के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. भले ही इसे किसान सम्मेलन का नाम दिया जाए, लेकिन इस सम्मेलन में उदयपुर की वल्लभनगर, भीलवाड़ा की सहाड़ा और राजसमंद की राजसमंद विधानसभा सीट के किसान सम्मेलन के जरिए एक तरीके से शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन भी सभा के माध्यम से उप चुनाव का आगाज करेंगे.

27 फरवरी को चूरू में किसान सम्मेलन

इन चारों जिलों के कांग्रेस नेताओं को सभा में भीड़ जुटाने का लक्ष्य दे दिया गया है, तो वहीं 27 फरवरी को ही चूरू में भी बड़ा किसान सम्मेलन होने जा रहा है. इसमें भी इन सभी नेताओं के आने की चर्चा है. वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली ने कहा कि सुजानगढ़ विधानसभा में बीदासर में बड़े किसान सम्मेलन का आयोजन 27 फरवरी को किया जाएगा, जिसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई है.

सीएम गहलोत करेंगे प्रचार की शुरुआत

ऐसे में साफ है कि किसान सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस पार्टी उन चारों सीटों पर चुनाव प्रचार की शुरुआत करने जा रही है. जहां उपचुनाव होने हैं और एक ही दिन में चारों सीटों पर किसान सम्मेलन के माध्यम से प्रचार की शुरुआत कर दी जाएगी, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रचार की शुरुआत करेंगे.

किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस को मिलेगा जनता का समर्थन

राजस्थान में 4 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी सरकार के कामकाज को लेकर तो जनता के बीच में जाएगी ही, लेकिन इसके साथ ही पंजाब में निकाय चुनाव के नतीजे ने भी कांग्रेस नेताओं में ऊर्जा का संचार किया है. कांग्रेस पार्टी मानती है कि किसानों के मुद्दे पर अब जनता का समर्थन कांग्रेस को मिलेगा. ऐसे में उपचुनाव के प्रचार की अनौपचारिक शुरुआत भी कांग्रेस पार्टी किसान सम्मेलन के साथ ही करने जा रही है ताकि उस किसान वर्ग का साथ कांग्रेस को मिले जो मुखर होकर भाजपा का विरोध कर रही है.

पढ़ें- सीकर में 23 फरवरी को राकेश टिकैत की किसान महापंचायत, जोरों पर तैयारियां

इन 2 सीटों पर जाट समाज करता है हार-जीत का फैसला

राजस्थान में 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. 4 में से 2 विधानसभा सीटें सहाड़ा और सुजानगढ़ में किसान समुदाय खासतौर पर जाट समाज बड़ी तादाद में है और इन दोनों सीटों पर तो हार जीत का फैसला यही वर्ग करता है. लेकिन राजसमंद सीट पर भी किसान वर्ग बड़ी तादाद में है.

कांग्रेस वोट बैंक पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती है...

वहीं, राहुल गांधी जब राजस्थान दौरे पर आए थे और उन्होंने नागौर की धरती को किसान सम्मेलन के लिए चुना और तेजाजी के धाम सुरसुरा से अपनी किसान यात्रा की शुरुआत की थी तो उसी समय संकेत मिल गए थे कि कांग्रेस पार्टी की नजर जाट वोट बैंक पर है. अब किसान सम्मेलन के जरिए कांग्रेस पार्टी इस वोट बैंक पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती है.

जयपुर. राजस्थान में 4 विधानसभा सुजानगढ़, सहाड़ा, राजसमंद और वल्लभनगर विधायकों के निधन के चलते उपचुनाव होने हैं. इन उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरीके से तैयारी में जुट गई है. इन उपचुनाव में पार्टी की ओर से सभाओं की शुरुआत अनौपचारिक तौर पर 27 फरवरी से होने जा रही है.

किसान सम्मेलनों के जरिए वोटरों को साधने की तैयारी में कांग्रेस

पढ़ें- चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस का किसान सम्मेलन...सीएम गहलोत सहित कई दिग्गज होंगे शामिल, DM-SP ने लिया जायजा

27 फरवरी को चित्तौड़गढ़ के मातृकुंडिया में कांग्रेस पार्टी प्रदेश स्तरीय किसान सम्मेलन करेगी, जिसमें भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर के साथ ही राजसमंद जिलों के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. भले ही इसे किसान सम्मेलन का नाम दिया जाए, लेकिन इस सम्मेलन में उदयपुर की वल्लभनगर, भीलवाड़ा की सहाड़ा और राजसमंद की राजसमंद विधानसभा सीट के किसान सम्मेलन के जरिए एक तरीके से शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन भी सभा के माध्यम से उप चुनाव का आगाज करेंगे.

27 फरवरी को चूरू में किसान सम्मेलन

इन चारों जिलों के कांग्रेस नेताओं को सभा में भीड़ जुटाने का लक्ष्य दे दिया गया है, तो वहीं 27 फरवरी को ही चूरू में भी बड़ा किसान सम्मेलन होने जा रहा है. इसमें भी इन सभी नेताओं के आने की चर्चा है. वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली ने कहा कि सुजानगढ़ विधानसभा में बीदासर में बड़े किसान सम्मेलन का आयोजन 27 फरवरी को किया जाएगा, जिसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई है.

सीएम गहलोत करेंगे प्रचार की शुरुआत

ऐसे में साफ है कि किसान सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस पार्टी उन चारों सीटों पर चुनाव प्रचार की शुरुआत करने जा रही है. जहां उपचुनाव होने हैं और एक ही दिन में चारों सीटों पर किसान सम्मेलन के माध्यम से प्रचार की शुरुआत कर दी जाएगी, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रचार की शुरुआत करेंगे.

किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस को मिलेगा जनता का समर्थन

राजस्थान में 4 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी सरकार के कामकाज को लेकर तो जनता के बीच में जाएगी ही, लेकिन इसके साथ ही पंजाब में निकाय चुनाव के नतीजे ने भी कांग्रेस नेताओं में ऊर्जा का संचार किया है. कांग्रेस पार्टी मानती है कि किसानों के मुद्दे पर अब जनता का समर्थन कांग्रेस को मिलेगा. ऐसे में उपचुनाव के प्रचार की अनौपचारिक शुरुआत भी कांग्रेस पार्टी किसान सम्मेलन के साथ ही करने जा रही है ताकि उस किसान वर्ग का साथ कांग्रेस को मिले जो मुखर होकर भाजपा का विरोध कर रही है.

पढ़ें- सीकर में 23 फरवरी को राकेश टिकैत की किसान महापंचायत, जोरों पर तैयारियां

इन 2 सीटों पर जाट समाज करता है हार-जीत का फैसला

राजस्थान में 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. 4 में से 2 विधानसभा सीटें सहाड़ा और सुजानगढ़ में किसान समुदाय खासतौर पर जाट समाज बड़ी तादाद में है और इन दोनों सीटों पर तो हार जीत का फैसला यही वर्ग करता है. लेकिन राजसमंद सीट पर भी किसान वर्ग बड़ी तादाद में है.

कांग्रेस वोट बैंक पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती है...

वहीं, राहुल गांधी जब राजस्थान दौरे पर आए थे और उन्होंने नागौर की धरती को किसान सम्मेलन के लिए चुना और तेजाजी के धाम सुरसुरा से अपनी किसान यात्रा की शुरुआत की थी तो उसी समय संकेत मिल गए थे कि कांग्रेस पार्टी की नजर जाट वोट बैंक पर है. अब किसान सम्मेलन के जरिए कांग्रेस पार्टी इस वोट बैंक पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती है.

Last Updated : Feb 22, 2021, 4:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.