जयपुर. भाजपा की सेंधमारी के डर से कांग्रेस ने अपने जयपुर ग्रेटर निगम के पार्षदों को शिफ्ट कर दिया है. सी-स्कीम स्थित होटल शकुन से मानसरोवर के होटल में कांग्रेस पार्षदों की शिफ्टिंग की गई. कांग्रेस ग्रेटर में बोर्ड बनने की संभावनाओं को तलाश रही है. यही वजह है कि कांग्रेस अपने ग्रेटर के पार्षदों को बाड़ेबंदी में सुरक्षित रखना चाहती है.
मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक गंगा देवी और पुष्पेंद्र भारद्वाज की लीडरशिप में ग्रेटर कांग्रेस पार्षदों को निजी वाहनों के जरिए कड़ी सुरक्षा के बीच शिफ्ट किया गया. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि निजी वाहनों के जरिए कांग्रेस के 49 और दो निर्दलीय पार्षदों को होटल से मानसरोवर शिफ्ट किया गया. वहीं शिफ्ट करने के पीछे पार्षदों के लिए खुले माहौल का होना बताया जा रहा है लेकिन हकीकत यह है कि कांग्रेस को बीजेपी की सेंधमारी और गुप्त सूचनाओं के लीक होने का खतरा है.
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दरअसल, जयपुर के हेरिटज नगर निगम में बोर्ड बनाने को लेकर निश्चित कांग्रेस अब ग्रेटर में बोर्ड बनाने की योजना में लगी है. जिसके चलते कांग्रेस अपने पार्षदों को सेफ जोन में रखकर बीजेपी और निर्दलियों के भी पार्षद संपर्क में होने का दावा कर रही है. हालांकि, कांग्रेस के पार्षदों को इस बाड़ेबंदी के नए ठिकाने और कारण के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी लेकिन आनन-फानन में सभी अपने बैग-सूटकेस के साथ गाड़ियों में सवार होकर विक्ट्री साइन के साथ निकल पड़े.