जयपुर. राजधानी के झोटवाड़ा थाना इलाके में स्थित एक और स्कूल से एक प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला (CHO Exam Paper Leak Case) सामने आया है. जिसे लेकर राजस्थान एसओजी ने मुकदमा दर्ज किया है और प्रकरण की जांच में जुट गई है. कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) भर्ती की 10 नवंबर 2020 को हुई परीक्षा का पेपर लीक (CHO Exam Paper Leak Case) हुआ है. प्रशिक्षण और नियुक्ति के 3 माह बाद एसओजी ने पेपर लीक मानते हुए सोमवार को मुकदमा दर्ज किया है.
एसओजी ने जागृति विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक स्कूल उद्योग नगर निवारू रोड झोटवाड़ा से पेपर लीक होना माना है. इस स्कूल का संचालक धीरज शर्मा कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक प्रकरण में पहले ही गिरफ्तार हो चुका है. गौरतलब है कि झोटवाड़ा के दिवाकर पब्लिक स्कूल से कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था जिसकी जांच भी एसओजी की ओर से की जा रही है. वहीं अब झोटवाड़ा के ही एक स्कूल से सीएचओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होना उजागर हुआ है. दोनों ही परीक्षा के पेपर लीक होने के पीछे एक ही गिरोह का हाथ है या नहीं इसकी जांच की जा रही है.
ऐसे हुआ पेपर लीक का खुलासा- एसओजी ने जागृति स्कूल की परीक्षा के बाद जमा कराई गई सामग्री जांची. इसके बाद बनी जांच कमेटी ने सेंटर की ओर से जमा कराए उन अभ्यर्थियों के प्रश्न पत्र खंगाले, जो परीक्षा में अनुपस्थित रहे थे. सामने आया कि स्कूल ने ऐसे 18 पेपर वापस जमा कराए, जिनमें से 2 पेपर की सील खुली हुई थी. जो छात्र परीक्षा में नहीं आए, परीक्षा से पहले उनके पेपर खोले गए और पेपर लीक कर दिया गया.
गौरतलब है कि 7810 पदों के लिए 74 हजार लोगों ने परीक्षा दी. फरवरी 2021 में जारी चयन सूची में 15 हजार का सलेक्शन हुआ और 7353 को फाइनल सूची में शामिल किया गया. इसके बाद 6400 को कोरोना के कारण 4 महीने की सीधे नियुक्ति दे दी गई. फिर ब्रिज कोर्स कराकर मार्च 2022 में वापस नियुक्ति दी गई. वेटिंग लिस्ट के 623 अभ्यर्थियों का ब्रिज कोर्स चल रहा है, जिन्हें कोर्स खत्म होने के बाद नियुक्ति दी जानी है.