जयपुर. राजधानी के 115 कोचिंग सेंटरों को जेडीए की ओर से नोटिस दिया गया था. जिस पर आज कोचिंग संचालक अपनी समस्याओं को लेकर जेडीए पहुंचे और अपना पक्ष रखा. इस पर जेडीए पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने नियमों के विपरीत चल रहे कोचिंग सेंटर्स को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए कहा. साथ ही ऐसा नहीं करने पर सीज किए जाने की चेतावनी दी. वहीं निगम प्रशासन भी अब अपने क्षेत्राधिकार में इसे लेकर सख्त रुख अख्तियार करने जा रहा है.
शहर में बिना फायर एनओसी, पार्किंग सुविधा और बिल्डिंग नोम्स के विपरीत संचालित कोचिंग सेंटर संचालकों को जेडीए की ओर से नोटिस भेजा गया था. और 7 दिन के अंदर नोटिस का जवाब देने की हिदायत दी गई थी. जिस पर 92 कोचिंग सेंटर्स ने अपना जवाब पेश कर दिया. वहीं, आज कोचिंग संचालक अपना पक्ष रखने जेडीए मुख्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने कोचिंग की तुलना हुक्का बार से ना करने की बात कहते हुए कहा कि सभी कोचिंग संस्थान किराए की बिल्डिंग में चल रही हैं.
इस दौरान कोचिंग इंस्टीट्यूट एसोसिएशन के सह अध्यक्ष बताया कि जो व्यवस्था जेडीए और निगम प्रशासन की ओर से बताई जाएंगी उन की पालना होगी. प्रदेश में 200 से ज्यादा कोचिंग सेंटर में तीन लाख से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. कोचिंग संचालक भी उनकी सुरक्षा चाहते हैं. ऐसे में उन्होंने शपथ पत्र देने और जेडीए की ओर से भय का माहौल ना बनाने की गुहार लगाई.
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जेडीए पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने बताया कि जोनवार सर्वे कर 151 कोचिंग सेंटर और 84 रूफटॉप रेस्टोरेंट्स की सूची तैयार की गई थी. इनमें आवासीय भवन में चल रही व्यवसायिक गतिविधि, सेफ एंट्री और एग्जिट, बिल्डिंग में फायर एनओसी और पार्किंग की सुविधा नहीं मौजूद होने की स्थिति में 115 कोचिंग सेंटर और 67 रूफटॉप रेस्टोरेंट्स को नोटिस दिए गए हैं. जेडीए एक्ट की धारा 32 के तहत ये नोटिस दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि इन संस्थाओं को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए समय दिया गया है. जिसके बाद नियमों के तहत सील की कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान उन्होंने कोचिंग संचालकों से मिली समस्याओं को 26 अगस्त को होने वाली बैठक में प्रिंसिपल सेक्रेट्री यूडीएच के सामने रखने की बात कही.
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फायर उपायुक्त आभा बेनीवाल ने बताया कि सुरक्षा मापदंडों की अवहेलना कर सैकड़ों संस्थान संचालित है. जेडीए से सर्वे लिस्ट मिली है और अब इन कोचिंग सेंटर्स पर फायर सेफ्टी इक्विपमेंट की जांच की जाएगी. साथ ही शपथ पत्र भी लिया जाएगा. वहीं उन्होंने बताया कि शहर में 10 से 15 कोचिंग सेंटर्स के पास ही फायर एनओसी हैं.
बता दें, कि अब अवैध कोचिंग सेंटर पर ना सिर्फ जेडीए बल्कि निगम भी सख्त होने जा रहा है. हालांकि बीते दिनों निगम की ओर से तीन कोचिंग सेंटर्स को सीज भी किया गया था.