जयपुर. राजधानी के वैशाली नगर स्थित बैंक के प्रधान कार्यालय सभागार में रविवार को प्रदेश के सहकारी बैंकों से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की (Co operative Bankers warns of protest) आमसभा आयोजित हुई. एंप्लाइज यूनियन अध्यक्ष सूरजभान सिंह आमेरा के नेतृत्व में हुई इस आमसभा में सभी 25 बैंक शाखाओं से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने अपनी लंबित पड़ी मांगों को लेकर रणनीति बनाई. साथ ही मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में बैंककर्मी ने हड़ताल की चेतावनी दी है.
इस दौरान अध्यक्ष आमेरा ने बताया कि कर्मचारियों से जुड़ी लंबित मांगों को लेकर पिछले कई वर्षों से राज्य सरकार, विभाग व सहकारिता मंत्री से लगातार वार्ता चल रही है. लेकिन अब तक मिले आश्वासनों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, इससे बैंक कर्मचारी काफी निराश हैं. सरकार ने जनवरी 2019 से देय 16वें वेतन समझौते के मांगपत्र पर सरकार की ओर से बनाई गई कमेटी ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. वहीं उन्होंने सहकारी बैंकों में (Vacancies in Rajasthan Co operative banks) रिक्त पदों पर भर्ती की मांग की है.
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सरकार के समक्ष यह है कि लंबित मांगे:
- राज्य के सहकारी बैंक कर्मियों को जनवरी 2019 से देय लंबित 16 वें वेतन समझौते के मांग पत्र पर वार्ता शुरू करने.
- बैंको में लंबे समय से रिक्त पदों पर भर्ती करने.
- स्टाफ स्ट्रेंथ बढ़ाने.
- रबी फसली ऋण वसूली की बढ़ी अवधि पर सरकार की ओर से 4 प्रतिशत ब्याज अनुदान का भुगतान करने.
- सहकारी बैंको में 2 टियर ढांचागत व्यवस्था लागू करने.
- पुरानी पेंशन योजना लागू करने.
- सहकार बीमा योजनाओं में सुधार कर बीमा क्लेम भुगतान करने की मांग.
अध्यक्ष सूरजभान सिंह ने बताया कि लंबित मांगें सरकार के समक्ष हैं. लेकिन सरकार की मौजूदा कार्यशैली से परेशान (Demands of Rajasthan Co operative Bankers) होकर कर्मचारी अब राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी में जुट गया है. जल्द ही इसका आगाज किया जाएगा.