जयपुर. देश के शहरी क्षेत्रों में सभी उम्र के लिए बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर 2020 में बढ़कर 10.3 प्रतिशत हो गई. जबकि इससे एक साल पहले के इन्हीं महीनों में यह 7.9 प्रतिशत थी. बढ़ती बेरोजगारी दर पर सीएम अशोक गहलोत ने चिंता जाहिर की. सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को रोजगार पैदा करने के लिए नीतियों पर ध्यान देने की जरूरत है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि देश में बेरोजगारी की बढ़ती दर गंभीर चिंता का विषय है. अक्टूबर-दिसंबर 2020 में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर बढ़कर 10.3% हो गई. यह चिंताजनक है. केंद्र सरकार को रोजगार पैदा करने के लिए नीतियों पर ध्यान देने की जरूरत है. दरअसल मुख्यमंत्री गहलोत ने इस लिए चिंता जताई है कि देश के शहरी क्षेत्रों में सभी उम्र के लिए बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर 2020 में बढ़कर 10.3 प्रतिशत हो गई. जबकि इससे एक साल पहले के इन्हीं महीनों में यह 7.9 प्रतिशत थी.
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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय यानी एनएसओ की ओर से किये गए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण में यह आंकड़ा सामने आया है. बेरोजगारी या बेरोजगारी दर श्रम बल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है. सर्वेक्षण में कहा गया है कि जुलाई-सितंबर 2020 में शहरी इलाकों में सभी आयु वर्ग के लोगों में बेरोजगारी दर 13.3 फीसद थी.
सर्वेक्षण के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में सभी उम्र के लिए श्रम बल भागीदारी दर 2020 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 37.3 फीसद थी, जो एक साल पहले इसी अवधि में 37.2 फीसद थी. जुलाई-सितंबर 2020 में यह 37 फीसद थी. श्रम बल का संबंध आबादी के उस हिस्से से है, जो आर्थिक गतिविधियों के लिए श्रमिकों की आपूर्ति करता है.