जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को जयपुर में कोरोना संक्रमण को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए जयपुर में युद्ध स्तर पर काम किया जाए. साथ ही कहा कि ये एक ऐसी महामारी है, जिसका आकलन करना बहुत मुश्किल है. ऐसे में हर परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए ऐसी व्यवस्थाएं करें कि इस चुनौती से हम सफलतापूर्वक निपट सकें.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर चारदीवारी में जिन 13 क्षेत्रों में संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आए हैं, वहां विशेष फोकस किया जाए. मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि जयपुर में जिस तरह से मामले बढ़े हैं, कर्फ्यू को और सख्ती से लागू करना होगा. साथ ही राशन एवं खाद्य सामग्री के वितरण की व्यवस्था को अधिक मजबूत बनाया जाएगा.
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सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि क्वॉरेंटइन के लिए अधिक से अधिक स्थान चिन्हित कर वहां बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएंं. जेडीए और हाउसिंग बोर्ड इन स्थानों पर बिजली-पानी, बिस्तर और भोजन सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था जल्द से जल्द करें, जिससे जरूरत पड़ने पर वहां लोगों को क्वॉरेंटइन किया जा सके.
राशन एवं खाद्य सामग्री के वितरण की भी समीक्षा-
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश में राशन एवं खाद्य सामग्री के वितरण की भी समीक्षा की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अटके हुए प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन एवं अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने में किसी तरह की कमी ना रहे. भोजन और राशन सामग्री वितरण के दौरान किसी प्रकार की फोटोग्राफी ना हो. साथ ही भोजन एवं राशन उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक भामाशाहों को प्रेरित किया जाए.
अनुग्रह राशि का वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश-
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि गरीबों, रिक्शा चालकों, दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों, निराश्रित और असहाय लोगों को अनुग्रह राशि का वितरण सुनिश्चित किया जाए. खाद्य एवं उपभोक्ता मामलात मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि एनएफएसए के तहत अप्रैल माह के पूरे गेहूं का वितरण किया जा चुका है. वहीं मई महीने के गेहूं का 90 प्रतिशत उठाव राशन डीलर द्वारा कर लिया गया है.
चारदीवारी में सूखे राशन सामग्री का किया जा रहा वितरण-
प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) अजिताभ शर्मा ने बताया कि चारदीवारी के 13 ब्लॉक ऐसे हैं, जिनमें 321 पॉजीटिव केस सामने आए हैं. पूरी मुस्तैदी के साथ इन क्षेत्रों में सघन सैम्पलिंग की जा रही है. इस क्षेत्र को सील कर दिया गया है. ई-रिक्शा के माध्यम से सूखे राशन सामग्री का वितरण किया जा रहा है. जेडीए आयुक्त टी.
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रविकांत ने बताया कि शहर के लिए 20 हजार लोगों को क्वॉरेंटइन कर सकने की व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए बड़े शैक्षणिक संस्थानों, छात्रावासों और आवासीय योजनाओं के खाली फ्लैट्स सहित अन्य स्थानों को चिन्हित कर वहां सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि महला एवं नायला में क्वॉरेंटइन के लिए 5 हजार से अधिक कमरों की व्यवस्था की जा रही है.
इस मौके पर चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, अति. मुख्य सचिव (गृह) राजीव स्वरूप, अति. मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह, प्रमुख शासन सचिव (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता) अखिल अरोरा, पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर जोगाराम, नगर निगम आयुक्त वीपी सिंह, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजाबाबू पवार और एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी भी उपस्थित थे. इस मौके पर अति. मुख्य सचिव (वित्त) निरंजन आर्य, सचिव (खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति सिद्धार्थ महाजन) भी उपस्थित थे.