जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से फसलों में नुकसान की विशेष गिरदावरी कराने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर फसलों में हुए नुकसान का जल्द आंकलन कराएं, जिसके आधार पर प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की कार्यवाही की जा सके.
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि 8 मार्च को हुई ओलावृष्टि और बेमौसम वर्षा के कारण प्रदेश के विभिन्न जिलों में रबी 2021-22 में बोई गई फसलों को नुकसान हुआ (Hailstorm and rain destroyed crops in Rajasthan) है. इस नुकसान का आवश्यकतानुसार विशेष गिरदावरी शीघ्र करवाकर किसानों को राहत देने के निर्देश दिए हैं. गहलोत ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि फसल खराबे का आंकलन कर प्रभावित काश्तकारों को नियमानुसार मुआवजा देने के लिए विशेष गिरदावरी का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए. निर्देशों के बाद राजस्व विभाग ने जिला कलेक्टरों को उनके जिले में फसलों में हुए नुकसान की शीघ्र विशेष गिरदावरी करवाकर रिपोर्ट आपदा प्रबंधन, सहायता और नागरिक सुरक्षा विभाग को भिजवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं.
8 मार्च को हुई थी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि: बता दें कि राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के चलते मंगलवार को अंधड़ के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दीं. ओलावृष्टि और बारिश से रबी की फसलें जमींदोज हो गईं. प्रदेश के प्रतापगढ़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, पाली, भीलवाड़ा और जोधपुर जिलों में 8 मार्च को हुई ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ था.
कृषि विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 8 मार्च को हुई ओलावृष्टि और बेमौसम वर्षा से फसल खराबे के संबंध में राज्य में कार्यरत 7 बीमा कंपनियों को अभी तक कुल 2546 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं. इनमें प्रमुख रूप से भीलवाड़ा से 174, बूंदी से 229, चित्तौड़गढ़ 694, झालावाड़ से 238, जोधपुर से 527, कोटा से 249 तथा टोंक से 297 इंटीमेशन प्राप्त हुई हैं. योजना के प्रावधानों के अंतर्गत सर्वेक्षण के दौरान पात्र पाई गई इंटीमेशन को बीमा क्लेम का भुगतान संबंधित बीमा कंपनी की ओर से किया जाएगा.