जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवा अभ्यर्थियों की मांग को पूरा करते हुए बड़ी राहत दी है. अब प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को ऊपरी आयु सीमा में 2 वर्ष की छूट (2 years relaxation in maximum age limit in recruitment exams) मिलेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह राहत कोरोना काल के दौरान 2 वर्ष तक प्रतियोगी परीक्षाएं नहीं होने के चलते दी है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि कोविड के चलते 2 वर्षों तक नौकरियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो सकीं. इसलिए आगामी भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को ऊपरी आयु सीमा में 2 वर्ष की छूट दी जाएगी. यानी सरकार की ओर से निकाली जाने वाली भर्तियों में अब अभ्यर्थियों को आयु सीमा पूरी होने के बाद भी इसका लाभ मिलेगा.
ऐसे समझें: बता दें कि प्रदेश में मार्च 2020 से मार्च 2022 तक कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़े. कोरोना काल में 2 साल तक सरकार की ओर से निकाली जाने वाली भर्तियां नहीं हो सकी थी. ऐसे में परीक्षा में शामिल होने की अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु पूरी हो गई और वे परीक्षा से बाहर हो गए. अब अगर कोई प्रतियोगी परीक्षा होती है, तो उस अभ्यर्थी को 2 साल की अतिरिक्त आयु सीमा में छूट का लाभ मिलेगा. उदाहरण के तौर पर यूं समझें कि कोई पटवारी भर्ती के लिए आवेदन करता है, तो उसकी अधिकतम उम्र सीमा 30 वर्ष होनी चाहिए. लेकिन अब 32 वर्ष की आयु होने तक वह आवेदन कर सकता है. यह राहत सरकार की ओर से आगामी दिनों में निकाली जाने वाली सभी भर्तियों पर लागू होगी.