जयपुर. राजस्थान में हो रही विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयास के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोविड-19 से लड़ाई के लिए हम भाजपा के विधायकों को साथ लेकर चल रहे थे, लेकिन भाजपा के नेताओं ने सारी हदें पार कर दी. कोरोना की जंग के बीच मुझे और मेरी पार्टी के विधायकों को सरकार बचाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी के लोग खरीद-फरोख्त में लगे हैं. अरुणाचल प्रदेश में एक पूर्व सीएम को तो सुसाइड करना पड़ा. उत्तराखंड में क्या किया, महाराष्ट्र में तो उन्होंने गजब ही कर दिया. बहुमत नहीं होने के बावजूद सीधे शपथ दिलवा दी. कर्नाटक में भी खरीद फरोख्त करके सरकार बनाई. मध्यप्रदेश में भी क्या हुआ यह सबके सामने है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कई विपक्ष के नेताओं को ही भाजपा में शामिल कर लिया गया, लेकिन कांग्रेस में गुलाबचंद कटारिया जैसों की जगह नहीं है. सतीश पूनिया, राजेंद्र राठौड़ जैसे नेता जिस तरह भाजपा आलाकमान के इशारों पर जो खेल खेल रहे हैं. वह जनता के सामने आ चुका है. राजस्थान में ऐसा माहौल कभी नहीं रहा.
बकरे खरीद कर राजनीति करना चाहती है बीजेपी
उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी महाराष्ट्र, एमपी की तरह खेल करने की कोशिश हो रही है. हमारे यहां विधायकों के इस्तीफे देने जैसी परंपरा कभी नहीं रही, जिस तरह बकरा मंडी में बकरे बिकते हैं. वैसे ही भाजपा बकरे खरीद कर राजनीति करना चाहती है. भाजपा के लोग बेशर्म और तिकड़म है, लेकिन हमने राज्यसभा चुनाव में भी इनका षड्यंत्र कामयाब नहीं होने दिया और अब इनकी फिर तिगड़म में चल रही है.
कानून से ऊपर कोई नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि एसओजी की पूछताछ के लिए उनके पास नोटिस आया है. कानून से ऊपर देश में कोई नहीं है. राजस्थान की सरकार प्रदेश में स्थिर है और 5 साल चलेगी. राजस्थान में सरकार फिर से अगले चुनाव में जीतने की तैयारी में लग गई है. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या राजस्थान के कांग्रेस के विधायक मध्य प्रदेश की जैसे कर सकते हैं तो ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान वीरों की धरती है पार्टी ने कंग्रेस के नेताओं को विधायक मंत्री और बड़े बड़े पद दिए हैं. अब भी अगर वह गद्दारी करेंगे तो प्रदेश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी.
कांग्रेस में गुटबाजी पर क्या बोले गहलोत
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बैठे बीजेपी के आका उन्हें टॉलरेट नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी की बात भाजपा की ओर से की जाती है, लेकिन भाजपा इस बात का जवाब नहीं देती है कि जो 2 बार की मुख्यमंत्री रही वसुंधरा राजे उनका नाम गायब क्यों हो चुका है.
कैबिनेट में फेरबदल का निर्णय करेगा कांग्रेस आलाकमान
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री के लिए कई कांग्रेस के विधायक दावेदार थे और उन्हें योग्यता भी थी. लेकिन मुख्यमंत्री एक ही बन सकता है और अब मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद यह बात प्रदेश में समाप्त हो चुकी है. वहीं ईटीवी भारत के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कैबिनेट में फेरबदल या विस्तार का निर्णय कांग्रेस आलाकमान करेगा.
वहीं इस मामले में नया अपडेट यह है कि एसीबी ने भी इस मामले में परिवाद दर्ज कर लिया है और निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश कुल्ला, खुशवीर सिंह जोजावर और सुरेश टांक को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.